नक्सल प्रभावित क्षेत्र म विकास के नवा अध्याय गढ़त हें महिला मन

  • कई ठन आर्थिक योजना मन ले जुड़के बनत हें आत्मनिर्भर

रायपुर, छत्तीसगढ़ के आकांक्षी जिला दंतेवाड़ा के महिला मन विकास के दौड़ म अपन कदम बढ़ावत हें। दंतेवाड़ा म ई रिक्शा चलाके यात्रि मन ल मंजिल तक पहुंचइया महिला मन के तारीफ तो प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी घलोक करे हें। आत्मनिर्भरता के पर्याय बन गए महिला स्व-सहायता समूह के महिला मन इहां ई-रिक्शा चलाय के संगेच कड़कनाथ मुर्गी पालन, सेनिटरी पैड निर्माण, मध्यान्ह भोजन जइसे कई काम करके अपन परिवार ल संबल प्रदान करत हें। संगेच जिला प्रशासन कोति ले शुरू करे गए ‘मेहरार चो मान‘ कार्यक्रम के तहत किशोरी मन अऊ ग्रामीण महिला मन ल निःशुल्क सेनिटरी पैड वितरण करके जागरूक करत हें।

नवा दिशा महिला स्व-सहायता समूह के अध्यक्ष निकिता मरकाम ह बताइस कि ग्राम संगठन के माध्यम ले सेनिटरी पैड के निर्माण के काम करे जात हे, ग्राम संगठन म कुल 19 महिला स्व-सहायता समूह जुड़े हें। ऊंखर समूह के 10 महिला मन सेनेटरी पैड बनाए के काम करत हें, आन महिला मन कड़कनाथ मुर्गीपालन, मध्यान भोजन अऊ चूड़ी खरीद के बेचे के काम करत हें, जेखर से ओ मन ल 5 ले 6 हजार महीना के कमाई हो जात हे। उमन बताइन कि ऊंखर समूह ह बैक लिंकेज के माध्यम ले पहिली 3 लाख, ओखर बाद दुबारा 1 लाख रूपिया के लोन ले रहिन जेखर पूरा भुगतान कर दे हें। अब काम बर वो फेर ले 3 लाख रूपिया लेहे के योजना बनावत हें। निकिता कहिथे कि पहिली थोकन घबराहट रहिस फेर अब ओ मन ल विश्वास हे कि वो मिलके बैंक के पूरा पइसा समय म वापस कर देंही। 12 वीं तक पढ़े निकिता ह बताइस कि ओखर समूह के 3-4 महिला मन ही 8वीं ले 12 वीं तक पढ़े लिखे हें। कम पढ़े लिखी होए के सेती ऊंखर पास रोजगार के समस्या रहिस फेर समूह मन अऊ ग्राम संगठन ले जुड़े के बाद उंखर आर्थिक स्थिति सुधरे हे अऊ महिला मन अड़बड़ खुश हें।

श्रीमती निकिता ह बताइस कि हमार समूह ल जिला पंचायत के तरफ ले ई-रिक्शा मिले हे। रिक्शा बर सिरिफ 50 हजार रूपिया ही किश्त म जमा करना हे। जिला पंचायत के तरफ ले लाइवली हुड कॉलेज कोति ले हमला ई रिक्शा चलाय के प्रशिक्षण दे गीस। दू-चार महिला मन के सीखे के बाद वो मन ह खुदे एक दूसर ल रिक्शा चलाना सिखा दीन। ई रिक्शा मिल जाय ले हमर बहुत से मुश्किल आसान हो गए हे। अब ओ मन यात्री मन ल लाय ले जाय के संगेच, सामान लाय ले जाय बर घलोक रिक्शा के उपयोग करथें। उमन ये घलोक बताइन कि ग्राम संगठन के माध्यम ले 1 प्रतिशत के दर ले अऊ समूह कोति ले महिला मन ल 2 प्रतिशत के दर ले लोन देहे जात हे। एखर से समूह के आय घलोक होत हे अऊ जरूरत के बेरा म महिला मन ल पइसा घलोक मिल जात हे।

मां दंतेश्वरी स्व-सहायता समूह के सदस्य श्रीमती अनिता ठाकुर ह बताइस कि जिला के सेनेटरी पैड निर्माण ले महिला मन हर महिना 4-5 हजार रूपिया के कमाई कर लेथें। समूह के दुसर महिला मन ईंट बनाए, साग-सब्जी उत्पादन अऊ बेचे, मध्यान भोजन अऊ कड़कनाथ मुर्गी पालन के काम करत हें। उमन बताइन कि सरकार के तरफ ले ओ मन ल मुर्गी पालन बर शेड निर्माण करके दे गए हे। ऊंखर कोति ले करीबन 300 मुर्गा बेचे गए हे। कड़कनाथ मुर्गी पालन ले ओ मन ल करीबन 1 लाख 20 हजार रूपिया के आमदनी होए हे।

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