बैटरी चलित ट्राई सायकल मिलतेच दिव्यांग के चहरा म आइस मुस्कान

बैटरी चलत ट्राई सायकल के रिपेयरिंग घलोक अब दिव्यांग ही करहीं, नइ जाए ल परय अब जबलपुर

बलौदाबाजार 17 फरवरी 2020। जिला कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ह आज अपन हाथ ले बहुत अकन दिव्याग अउ सियान मनखे ल सहायक उपकरण के वितरण करिन। ए उपकरण मिलतेच उंखर चहरा म मुस्कान छा गीस। समाज कल्याण विभाग कोति ले जिला स्तरीय सहायक उपकरण वितरण शिविर के आयोजन जिला मुख्यालय स्थित स्पोर्ट्स स्टेडियम के प्रांगण म करे गीस। समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक आशा शुक्ला ह बताइस ये शिविर म कुल 44 उपकरण हितग्राही मन ल दे गीस। जेमां 20 बैटरी चलित ट्राई सायकल, 5 ट्राई सायकल, 6 व्हील चेयर, 10 श्रवण यंत्र अउ 3 जोड़ी बैशाखी कलेक्टर के हाथ प्रदान करे गीस। कलेक्टर ह सबो दिव्याग मन ले बात करके उंखर हाल चाल जानिन। सबो मन ह शासन ल धन्यवाद दीन। कुछ दिव्याग मन ह बैटरी चलित ट्राई सायकल म खराबी आए म रिपेयरिंग जबलपुर में कराए जाथे ये बात बताइन। जेखर से दिव्याग मन ल बढ़ तकलीफ होथे।

कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ह कहिन काबर ना आप मन म ले कोनो मनखे ल एकर प्रशिक्षण दे देहे जाए अऊ आप मन ही ए ट्राईसायकल के रेपीयर कर सकव। एखर बर जल्‍दीच कौशल विकास अऊ समाज कल्याण विभाग के अधिकारी मन ल जरूरी दिशा निर्देश दे गए हे। जल्दीच लावलीहुड कॉलेज म एखर बर नवा बैच चलाय के कार्ययोजना बनाए ल कहे गए हे। दिव्यांग भुलऊँ राम निषाद उमर 29 साल, ग्राम सिनोंधा जऊन अपन पिता के संग बढई काम करथे। वो ह बताइस के मोर पास हाथ वाला ट्राइ सायकल रहिस ओखर से आए जाय म तकलीफ अऊ समय घलोक लगत रहिस फेर एखर मिले ले मोर समय घलोक बचही अउ ऊर्जा घलोक, संगे-संग में हमर व्यापार घलोक बाढ़ही। एखर बर वो ह शासन के आभार मानिस। वइसनहे ग्राम पनगांव निवासी नवीन कुमार कम्प्यूटर आपरेटर के काम करथे। वो घलोक कहिस के एखर से आवजाही आसान हो जाही। दिव्यांग दीप्ति सोनी ह घलोक टायपिंग सीखे के इच्छा जाहिर करिस एखर बर सम्बंधित अधिकारी ल जरूरी दिशा निर्देश कलेक्टर ह दीन। तिहारू राम साहू उमर 62 साल ग्राम मनोरा निवासी ह बताइस कि मोला सुने म बहुत परेशानी होथे अब ये नवा मशीन मिल गेहे जेमे अच्छा आवज आवत हाबे। ये कार्यक्रम म अपर कलेक्टर जोगेन्द्र नायक, समाज कल्याण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी श्री नंद लाल सिदार अउ दिव्यांग के परिवार वाले अऊ बड़ संख्या म इलेक्ट्रॉनिक मीडिया अउ प्रिंट मीडिया के पत्रकार घलोक उपस्थित रहिन।

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