स्वच्छ भारत मिशन के बाद अब मनरेगा म अपन कौशल देखावत हे करीना

  • राष्ट्रीय स्तर म ‘बेस्ट स्वच्छताग्राही’ पुरस्कार हासिल करइया करीना अब हे मनरेगा मेट
  • मेट के दायित्व मन ल कुशलता ले अंजाम देहे के संगेच एफटीओ रिजेक्शन के निदान म घलोक निभावत हे सक्रिय भूमिका

जशपुर, स्वच्छता के क्षेत्र म अपन प्रबंधकीय कौशल के लोहा मनवइया श्रीमती करीना खातून अब मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) म अपन काम के बल म नवा लकीर खींचत हे। मनरेगा म मेट बने के बाद कार्यस्थल म अपन दायित्व मन ल कुशलता ले अंजाम देहे के संगेच वो ह मजदूर मन ल मनरेगा काम ले जोड़े, मोबाइल एप्प म उंखर उपस्थिति, रिजेक्टेड ट्रांजेक्शन के सेती मजदूरी भुगतान म अवइया समस्या के निराकरण अऊ जॉब-कार्ड अपडेट जइसे काम मन म घलोक सक्रिय भूमिका निभावत हे। खाली समय म मिरचा के खेती करके परिवार बर अकतहा आय घलोक जुटावत हे।
जशपुर जिला के मनोरा विकासखण्ड के डड़गांव के करीना खातून स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अन्तर्गत स्वच्छताग्राही हे। वो साल 2019 ले मनरेगा म महिला मेट के रूप म घलोक काम करत हे। शौचालय के उपयोग, गांव ल प्लास्टिक मुक्‍त बनाए, किशोरी अऊ महिला मन के माहवारी प्रबंधन अऊ सैनेटरी पैड के नियमित उपयोग के बारे म जागरूकता अऊ व्यवहार बदले के क्षेत्र म उल्लेखनीय काम बर ओला 2019 म भारत सरकार कोति ले राष्ट्रीय स्तर म “बेस्ट स्वच्छताग्राही” पुरस्कार ले नवाजे जा चुके हे।
मेट के रूप म मनरेगा ले जुड़े के बाद करीना ह गांव के आन मेट मन के संग टीम बनाइस अऊ काम करना शुरू करिस। मनरेगा मेट के तौर म अपन अनुभव साझा करत करीना ह बताइस के मजदूरी भुगतान म ट्रान्जेक्शन रिजेक्शन के समस्या मन के निराकरण बड़ चुनौती हे। मजदूर मन ल बैंक ले जारी पास-बुक म अंकित नाम अऊ खाता नंबर अऊ नरेगा सॉफ्टवेयर (नरेगा-सॉफ्ट) म दर्ज मजदूर मन के नाम अऊ खाता नंबर म अंतर, अमान्य खाता, बंद या स्थानांतरित खाता, निष्क्रिय आधार, केवाईसी अपडेट नइ होए, खाता मौजूद नइ होए, आधार-कॉर्ड के बैंक खाता ले सीडिंग नइ होए, बैंक मन के मर्ज होए के स्थिति म अमान्य बैंक पहचानकर्ता, आई.एफ.एस. कोड के गलत होए अऊ दावारहित खाता होए जइसे कारण मन के चलते मजदूरी भुगतान बर जारी फंड ट्रांसफर आर्डर (FTO) रिजेक्ट हो जाथे। एखर से मजदूर मन ल लगथे कि ओखर मजदूरी के भुगतान नइ होवत हे।
करीना के बताती साल 2019 म 250 ट्रांजेक्शन रिजेक्ट होए रहिस, जेला जनपद पंचायत ले मार्गदर्शन लेके जरूरी सुधार करके दूर करे गीस। आज के स्थिति म ग्राम पंचायत म रिजेक्टेड ट्रांजेक्शन नहीं के बराबर हे। मनरेगा मजदूर मन के बैंक पास-बुक म उंखर मजदूरी दिखाई देथे। एकर सीधा प्रभाव कार्यस्थल म दिखत हे। मनरेगा के अंतर्गत खुले काम मन म मजदूर मन के संख्या म बढ़ोतरी होवत हे।
मनरेगा म मेट के काम शुरू करे के बाद ले करीना के जिंदगी म घलोक बदलाव आए हे। ओला बतौर मेट पारिश्रमिक के रूप म करीब 32 हजार रूपिया मिल गए हे। ये राशि ले ओ ह अपन लइका मन के ट्यूशन अऊ कॉलेज के फीस भरे हे। बाचे रकम ले ओ हर अपन दू एकड़ खेत म मिरचा लगाए हे। ए ह परिवार बर अकतहा आय के जरिया खोले हे।

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