जशपुरनगर, 10 जुलाई 2021। जिला म बायोगैस संयंत्र ग्राम वासी मन के रसोई म पहुंच के न सिरिफ महिला मन के काम ल आसान बनाए हे भलुक ऊंखर स्वास्थ्य के संगे-संग पर्यावरण ल घलोक बचाय के एक बेहतर साधन बन गए हे। बायोगैस के गांव वाले मन अपन घर के जेवन चुरोए बर उपयोग करत हें। जेखर से ओ मन अनावश्यक पइसा के खरचा ले घलोक बचत हें। संगेच ओ मन अब जंगल के लकड़ी उपर घलोक निर्भर नइ हें।
बायोगैस संयंत्र जशपुर जिला के पत्थलगांव विकासखंड के ग्राम बागबहार निवासी हरि सिंह सिदार के परिवार के दिनचर्या म बेहतर बदलाव लेके आए हे। हरि सिंह सिदार ह बताइस के बायो गैस के स्थापना के बाद ओ मन ल बनेच सुविधा मिले हे। अब ओ मन ल कभू गैस खतम होए के डर नइ रहय ना चुलहा बर लकड़ी के व्यवस्था करे के फिकर रहय। वोकर बताती बायोगैस प्रदूषण रहित ईंधन के अच्छा विकल्प हे। एकर उपयोग घलोक सरल हे। वोकर बताती वोखर घरे मवेशी हे जेकर गोबर अऊ घर ले निकले अपशिष्ट पदार्थ मन के माध्यम ले ओ मन बायोगैस के निर्माण करत हें। एखर बर न तो ओ मन ल पइसा के जरूरत परत हे ना जादा मेहनत करना परत हे। ओ ह बताइस के बायोगैस बनाए बर क्रेडा विभाग के माध्यम ले प्रशिक्षण घलोक देहे गए हे। जेखर से ओ ह बड़ आसानी ले गैस के निर्माण कर लेथे। बायोगैस के उपयोग ले वोखर परिवार म घलोक बहुत बदलाव होए हे। पहिली वोखर पत्नी ल खाना बनाए बर जलाऊ लकड़ी उपर निर्भर रहना परत रहिस। जेखर से निकलइया धुंगिया ले स्वास्थ्य ल हानि पहुंचत रहिस संगेच आस पास के वातावरण घलोक प्रदूषित होत रहिस। फेर अब बायोगैस के उपयोग ले ओ ल रसोई म काम करे म कोनो प्रकार के परेशानी नइ होवय अऊ एखर से पर्यावरण घलोक सुरक्षित होथे। हरि के संगेच जम्मो परिवार ह ओ मन ल बायोगैस संयंत्र उपलब्ध कराए बर शासन अऊ प्रशासन के आभार व्यक्त करिन। संगेच मनखे मन ल घलोक ये योजना ले जुड़के एकर लाभ उठाए के आग्रह करिन।
जानबा हे के जिला प्रशासन के माध्यम ले क्रेडा विभाग ह हितग्राही मन ल बायोगैस संयंत्र स्थापित करके ओ मन ल निरधारित समयावधि म प्रशिक्षण घलोक प्रदान करत हे। संगेच हितग्राही ल संयंत्र के स्थापना बर केन्द्र अऊ राज्य सरकार कोति ले अनुसूचित जाति अऊ अनुसूचित जनजाति वर्ग बर 22000 अऊ पिछड़ा अऊ सामान्य वर्ग बर 21000 के अनुदान देहे जात हे। सहायक अभियंता क्रेडा श्री संदीप बंजारे ह बताइस के वित्तीय साल 2020-21 म जिला के 06 विकासखण्ड म कुल 68 हितग्राही मन के इहां बायोगैस संयंत्र के स्थापना करे गए हे। जेखर से हितग्राही मन ओ संयंत्र ले समुचित लाभ उठावत हें। अऊ हितग्राही संयंत्र के कार्यशीलता ले बहुत प्रसन्न हे। संगेच साल 2021-22 बर स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम के गोबरधन योजनांतर्गत 30 नग बायोगैस संयंत्र के निर्माण काम बर स्वीकृति प्राप्त हो गए हे। जेखर विभाग कोति ले जल्दी काम चालू करे जाही। उमन बताइन कि 02 घन मीटर क्षमता के बायोगैस संयंत्र निर्माण करके हितग्राही बिना कोनो खर्च के अपन घर म ही गोबर ले 02 एलपीजी के बराबर हर महिना गैस प्राप्त कर सकत हें। हर एक घन मीटर बर 25 किलो ग्राम गोबर के जरूरत होथे जेखर से गैस के प्राप्ति तो होथेच संगेच संयंत्र ले निकलइया गोबर ल हितग्राही गोठान म बेचके घलोक आमदनी अर्जित कर सकत हें।