– पोषण पुनर्वास केंद्र के पहिली लइका बिनेश के उदाहरन देखाके कलेक्टर ह बताइस कि आप मन के गांव के लइका मन
एनआरसी ले होइन सुपोषित
– हर लइका ल कुपोषण ले बाहिर लाबोन, मुख्यमंत्री सुपोषण मिशन अभियान म आप मन घलोक बंटावव हाथ
– शिविर म आइस 227 आवेदन, एमां ले 213 मौका म ही निराकृत
दुर्ग, 12 फरवरी 2020। ग्राम केसरा म आयोजित जनसमस्या निवारण शिविर म कलेक्टर श्री अंकित आनंद एक अइसन लइका ले मिलिन जऊन पाटन स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र के पहिली कुपोषित लइका रहिस। अब वो पूरा बने सहिन पोषित हो गए हे। महिला अउ बाल विकास विभाग के अधिकारी मन ह बताइस के जब ये लइका पोषण पुनर्वास केंद्र म आइस त साढ़े चार किलो के रहिस। अब वो छै किलो के हो गए हे। कलेक्टर ह गांव वाले मन ले कहिन कि देखव ये तुंहरेच गांव के लइका ये। चार महीना पहिली एला तू मन देखे होहू अऊ अब देखव। कतका अंतर आ गए हे।
एला हांसत-मुस्कियात देखके अड़बड़ सुग्घर लागत हे। तू मन लइका मन ल आंगनबाड़ी केंद्र म भेजव, देखव येकर से लइका मन के विकास होही। ये मा केवल शारीरिक विकास नहीं, मानसिक विकास घलोक होही काबर के कुपोषण मानसिक विकास ल घलोक प्रभावित करथे।
आप मन जानतेच हव के 02 अकटूबर 2019 ल मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के शुरूआत अऊ पोषण पुनर्वास केन्द्र पाटन के शुभारंभ होइस। तेकर पाछू बिनेश वो पहिली लइका रहिस जऊन ल इहां भर्ती कराए गीस। पन्द्रा दिन तक पोषण पुनर्वास केन्द्र पाटन म गंभीर रूप ले कुपोषित बिनेश अऊ ओखर मां अनीता ठाकुर ल इलाज के संगें-संग बने देखभाल मिलीस। जेखर सेती 15 दिन म उंखर सेहत म काफी सुधार आइस। अब बिनेश एक साल के हो गए हे अऊ आंगनबाडी केन्द्र के माध्यम ले ओला पोषण आहार देहे जात हे। उमन कहिन कि कुपोषित लइका मन के सेहत म सुधार बर शासन अऊ प्रशासन कोति ले हर संभव कोसिस करे जात हे। उमन लइका मन के मा मन ल सलाह दीन कि घर म घलोक लइका मन के पोषण के खयाल रखव ताकि जल्दी ले जल्दी ये लइका कुपोषण मुक्त हो जावंय।