छत्तीसगढ़ म गँवई अर्थबेवस्था के बूस्टर बनीस गोधन न्याय योजना

छत्तीसगढ़ म गँवई अर्थबेवस्था के बूस्टर बनीस गोधन न्याय योजना
रइपुर, 12 जुलाई 2022
छत्तीसगढ़ सरकार के गोधन न्याय योजना आज जम्मो देश भर म वाहवाही बटोरत हे, पशुपालक, किसान अउ गँवइहा मन बर शुरू करे गे ये योजना के उद्देश्य गँवई अर्थबेवस्था ल गति प्रदान करना अउ स्थानीय स्तर म रोजगार प्रबंधन ल बढ़ावा देना हवय ताकि गांव मन म आर्थिक तंत्र ल मजबूत करे जा सकय अउ गँवइहा मन अपन पाँव म खड़ा हो सकय। ये योजना म सरकार पशुपालक मन ले 2 रूपिया प्रति किलो के दर ले गोबर बिसावत हे, जेमा प्रदेश के 75.38 लाख क्विंटल गोबर के बिसई करके गोबर बेचइया मन ल 150.75 करोड़ रुपिया के भुगतान डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम ले हितग्राही मन के खाता म भेजे गे हवय। गोधन न्याय योजना ले गँवई क्षेत्र म रोजगार अउ आय के अवसर बाढ़े हे, ओकरे सेति स्थानीय रोजगार बाढ़े ले शहर कोति पलायन कम होइस हे। ये योजना ह हजारों परिवार के आर्थिक स्थिति मजबूत बनाए हवय।
बिसाए गोबर ले दैहान म चलत स्व-सहायता समूह के माइलोगन मन कंपोस्ट, वर्मी कंपोस्ट, सुपर कंपोस्ट, गोबर लेे गुलाल, दीया, गमला जइसन जिनिस मन के निर्माण करत हे। स्व-सहायता समूह के सखी क्लस्टर संगठन अंजोरा राजनांदगांव अउ कुमकुम महिला ग्राम संगठन सांकरा दुर्ग के माइलोगन मन कोति ले तियार 23 हजार 279 किलो हर्बल गुलाल ल यूरोप निर्यात करे गे हवय। गोधन न्याय योजना प्राकृतिक खाद के प्रयोग ले रसायनमुक्त खेती ल बढ़ावा देहे दिशा म छत्तीसगढ़ सरकार के एक ठो बड़का कदम हरे। गोबर बिसई ल गँवई रोजगार के अवसर अउ आयमूलक गतिविधि मन ल बल मिले हे। संगे-संग गोबर ले नवाचारी गतिविधि तको करे जावत हे, जेमे गोबर ले प्राकृतिक पेंट अउ बिजली निर्माण जइसन बूता होवत हे। ये योजना ले गँवई अउ सहरिया दूनों गौपालक मन ल आमदानी के उपराहा साधन मिले हवय।
गोधन न्याय योजना के अंतर्गत बिसाए गोबर ले वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन अउ उपयोग के एक ठो नवा परिपाटी के शुरुआत होइस हे, जेकर ले प्रदेश म खाद संकट दूरिहाए हे। गौठान समिति अउ माइलोगन मन के स्व-सहायता समूह ल 143.19 करोड़ रूपिया के राशि लाभांश के रूप म देहे जा चुके हवय। महिला समूह मन ह अब तक 20 लाख क्विंटल ले अधिक कम्पोस्ट उत्पादन करे हावय। गौठान म महिला समूह डाहर ले मसाला, फूड्स, पैकेजिंग, साबुन, फिनाइल, हाइजीन प्रोडक्ट्स, सेनेटरी नैपकिन आदि जिनिस मन के उत्पादन करथें।
नवाचार म राज्य म गौठान मन ले 12,013 महिला स्व-सहायता समूह के 82,725 माइलोगन मन जुड़े हवय जोन प्रदेश के अर्थव्यवस्था अउ उन्नति म माइलोगन मन के बरोबर के भागीदारी सुनिश्चित करथे। राज्य सरकार डहर ले बिजली बिल हॉफ योजना का विस्तार करे ले होए नरवा, गरुवा, घुरुवा, बारी योजना के तहत स्थापित करे जावत गौठान अउ ग्रामीण औद्योगिक पार्क म बिजली बिल म 50 प्रतिशत के छूट देहे तको निर्णय ले गे हवय।
गोबर ले प्राकृतिक पेंट बनाए बर कुमारप्पा नेशनल पेपर इंस्टिट्यूट जयपुर, सूक्ष्म, लघु अउ मध्यम उद्योग मंत्रालय भारत सरकार के खादी अउ ग्रामोद्योग बोर्ड अउ छत्तीसगढ़ गौ सेवा आयोग के बीच एमओयू के तहत् राज्य के 75 चयनित गौठान मन म गोबर ले पेंट निर्माण के इकाई स्थापित करे जावत हे। रायपुर तीरन हीरापुर-जरवाय म गोबर ले प्राकृतिक पेंट के उत्पादन सह विक्रय शुरू हो चुके हे। छत्तीसगढ़ सरकार के पहल म गौठान मन म दाल मिल अउ तेल मिल मन के स्थापना करे जावत हे। पहिली चरण म 197 ठिन गौठान मन म दाल मिल अउ 161 ठिन गौठानों म तेल मिल के स्थापना के प्रक्रिया चलत हे। ये किसम ले गोधन न्याय योजना आज गँवइहा, किसान अउ पशुपालक मन बर आमदनी का एक ठो मजबूत जरिया बनगे हवय।

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