तुतारी – तुम पास हम फेल

तुतारी – तुम पास हम फेल इहू सौ प्रतिशत सही गोठियावत हे , उहू सौ प्रतिशत सच काहत हे । दूनों के दूनों हुसियार पास, टॉप टेन म अव्वल हे। गधा तो हम भएन जऊन दही के भोरहा म कपसा ल लील डारथन।

तुतारी –भरोसा

तुतारी – काश ! ये भरोसा आम जनता कर पातिस। अउ काश ! ये व्यवस्था सिरिफ अउ सिरिफ आम जनता बर नइ होके, सबो बर हो पातिस। अब तो हर मनखे के मन म इहीच भाव पनपथे – काकर करिन भरोसा ? काबर करिन भरोसा ? अउ कइसे करिन भरोसा ?

तुतारी –

तुतारी – हाथ हलावत आइन तेमन पा लिन हण्डा काँसा के छत्तीसगढ़िया भूखमर्रा चुचरय लालीपॉप दिलासा के।। उन्कर तो लीमऊ तको होथे कलिन्दर अतेक बड़े मुँह फार देखौ भैयाजी बिसात बिछत हे पासा के।।