तुतारी – टिकिट के गोठ

तिहारी – हमर सेठ टिकट के जुगाड़ म लगे हे, सुनब म आवत हे कि लगभग तय हे। बिहारी – हमरो सेठ लगे हे बइहा। वोला कहूँ टिकट मिलगे न त पक्का निकाल लिही देखबे। तिहारी – सिरतोन काहत हावस ? बिहारी – अरे ! बिल्कुल। हमर सेठ ह न पइसा ल पानी के तरह बोहवाथे। तिहारी – चुनाव म पइसा ल पानी के तरह बोहवाही त ओइसनेहे जीते के बाद गन्ना बरोबर पेरके जूस तको तो पीही। येला काबर नइ सोचस। सेठ ह सेठे मन देखही अउ गरीबहा मन…

तुतारी –

तुतारी – हाथ हलावत आइन तेमन पा लिन हण्डा काँसा के छत्तीसगढ़िया भूखमर्रा चुचरय लालीपॉप दिलासा के।। उन्कर तो लीमऊ तको होथे कलिन्दर अतेक बड़े मुँह फार देखौ भैयाजी बिसात बिछत हे पासा के।।