इतवारी: रँगहा कोलिहा

बेरा-कुबेरा कइसनो होवय परिणाम ल आनच होथे। जउन आथे उही परिणाम ये। चाहे वो कोनो रूप म होवय। जेन नइ आइस तेकर का? बीती ताहि बिसार दे। काली 10 वीं के परीक्षा परिणाम आइस। परिणाम ये, आनच रिहिसे। आ गे। अब समस्या ये हे के पहिली सकारात्मक गोठियाय जाय के नकारात्मक। अफसाना अउ हकीकत के बीच कोनो ठोस सरहद नइ होवय उन अक्सर गलबँहिया डारे फिरथे। जइसे एक सिक्का के दू पहलू। प्रत्यक्ष कोन्हो पहलू राहय फेर अप्रत्यक्ष रूप से दूसरइया पहलू तको संगे म रहिथे। जब दूनो पहलू संगे…

इतवारी: मन चंगा ते कठौती म गंगा

मोर घर हँ सड़के कोति मुँह करे सड़क तीर उखरू बइठे हवय। पीछू कोति ले हुदरत- कोचकत गली हँ रेंगथे। बेरा -कुबेरा रेंगइया मन के चप्पल के अवाज तको खिड़की ले कूद के कुरिया म अभर जथे। परो दिन अक्ती रिहिसे। संझौती डब्बा-टीपा मन के गँड़वा बाजई सुनके नोनी ह खिड़की ल खोलिस। लइका मन पुतरी-पुतरा बिहाव करत रहय। उंकर सउँक अउ तियारी देखेंव फटाका तको फोरत रिहिन। मोर बचपना आगू म रोम्हिया के खड़ो होगे। दुनियादारी के बिला म तँही ह बिलम गे हस। मैं नइ भुलाए हौं तोला।…

इतवारी : चिंता चतुराई ले घटै

काली अचानक समारू रस्ता म मिल गे। मिलते साथ कहिथे -झारा झारा नेवता हे । अपन घर खाहू झन, हमर घर आहू झन। मैं अकचका गएंव-ये कइसन नेवता हरे जी ? – अरे कोरोना काल चलत हे न। – हेंहें …हेंहें करत दूनो अपन अपन दाँत ल चमकाएन। तहूँ अच्छा मजाक करथस यार। – मजाक नहीं सिरतोन काहत हौं, भलकुन अइसनो नौबत झन आ जाय कि बिहाव भर हम तोरे घर राहन। मैं पूछेंव – का होगे भई। बिहाव के अनुमति नइ मिल पाइस का ? वो मुड़ धरत कहिथे…

इतवारी: जुन्‍ना दिन बहुरत हे

दूए दिन पहिली मोर हंडा कंहू ले आइस। अरे बबा ! केछुवा धरे -धरे हंडा खोजइया पंडा मन रतिहा मोरे घर झन धमक देवय। छत्तीसगढ़ म हंडा अपन बेटा ल तको कहे जाथे। हाँ, त मोर हंडा कहूं ले आइस अउ धोए गोड़ -हाथ ल पोंछत कहिस- कतेक अजब बात हे। गाँव म घर पहंुचते दादी कहय- बेटा कहूं ले आथव त हाथ- गोड़ धोके भीतर आए करव। हमन कतको काहन कि हमन कहूचो नइ गे रहे हन। एदे बस बाहिर पैठा म बइठे रहेन। वो कहय – घर ले…

भूपेश सरकार म किसान के करजा माफ चिन्ता साफ

जांजगीर-चांपा जिला के 79 हजार 860 किसान नान्हे कर्जा के भार ले होगे मुक्त रू 304 करोड़ 74 लाख ले उपराहा के ऋण राशि होइस माफ जिला के 79 हजार 860 किसान जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक ले लिये गे छोटका बेरा के ऋण ले मुक्त होगे। राज्य शासन के ऋण माफी योजना के चलत जिला म 304 करोड़ 74 लाख ले आगर के राशि माफ करे गइस हे। अब वो बैंक ले दुबारा ऋण लेके अपन खेती-किसानी के बूता ल प्रारंभ कर दिये हावय। जिला के किसान मन ल खेती-किसानी…

कांकेर म कलेक्ट्रेट परिसर अउ ओकर तीर तखार म धारा-144

कांकेर, धमेन्‍द्र निर्मल के सार समाचार, कलेक्टर अउ जिला दण्डाधिकारी श्री के.एल. चैहान कोति ले कलेक्ट्रेट परिसर कांकेर अउ ओकर तीर तखार म धारा 144 लागू कर दिये गे हे, जउन ह 15 जून 2019 ले 15 सितम्बर 2019 तक प्रभावशील रहिही। ये बेरा म कलेक्ट्रेट परिसर अउ कलेक्टर परिसर के तीर तखार म 100 मीटर की दूरिहा ले कोनो भी किसम के धरना, प्रदर्शन, सभा, रैली, जुलूस, नारेबाजी इत्यादि उपर पूर्णतः प्रतिबंधित करे गे हे। चटकारा लिगराहा:- अरे भाई चोखे लाल नवा नवा बिहा के बाई का लाइस हमार…

मछरी कोतरी खाना बंद : 15 अगस्त तक मछरी मारना प्रतिबंधित

रायपुर, धमेन्‍द्र निर्मल के सार समाचार, राज्य शासन के आदेशानुसार वर्षा ऋतु म मछरी मन के वंश वृद्वि (प्रजनन) ल देखत हुए छत्तीसगढ़ नवीन मत्स्योद्योग अधिनियम के तहत इही महिना के 16 तारीख ले मछरी कोतरी मरई (मत्स्य आखेट) म प्रतिबंध लगा दिये गे हे। मत्स्य आखेट म प्रतिबंध अइइया 15 अगस्त तक प्रभावषील रहिही। ये समे ल बंद ऋतु (क्लोज सीजन) घोशित करे गे हे। एकर चलत जिला के जम्मो नदिया -नरवा अउ छोटे मोटे झोरी झकारीं, सहायक नदिया जइसन कि सिंचाई के तरिया, जलाषय निर्मित करे गे हवय,…

ऋण पुस्तिका या किसान किताब के आधार म कृषि ऋण बाँटे जाय

धमेन्‍द्र निर्मल के सार समाचार, जिला सहकारी बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ह जिला सहकारी समिति मन ल निर्देशित करे हावय कि अल्पकालिक कृषि ऋण वितरित करे बर किसान मन ले अलग से बी-1 अउ खसरा (पी -2) के पटवारी ले हस्ताक्षरित प्रति के मांग झन करे जाय। ऋण पुस्तिका अथवा किसान किताब (भू अधिकारी पुस्तिका) के आधार म ऋण वितरण करे जाय। उल्लेखनीय हे कि कोनो कोनो समिति अउ बैंक मन डाहर ले ऋण वितरण के पहिली किसान मन ले बी-1 अउ खसरा (पी -2) के पटवारी ले प्रमाणित…

जी परान देके देबो पलौंदी

दिव्यांगजन मन के हुनर ल निखार के स्वावलंबी बनाए बर जी परान देके करबो सहयोग: श्री भूपेश बघेल मुख्यमंत्री ह शासकीय श्रवण बाधितार्थ बालिका विद्यालय अउ छात्रावास के नवा नवा बने भवन के करिन लोकार्पण धमेन्‍द्र निर्मल के सार समाचार, प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बधेल ह कहिन कि दिव्यांगजन मनं म कांही न कांही हुनर बजूर होथे। उन्कर ये हुनर ल निखारे के जरूरत परथे। राज्य सरकार डाहर ले एमा जी परान देके सहयोग दिए जाही तेकर ले उन मन हुनरमंद बनके आत्मनिर्भर हो सकै। उन मन आज जिला…