सांगली के लोकनर्तक मन ह धनगरी गजा के माध्यम ले दीन सुंदर प्रस्तुति

रायपुर, जब माता पार्वती रिसा गे तो ओ ल कइसे मनाए गीस। एखर सुंदर प्रस्तुति धनगरी गजा लोकनृत्य के माध्यम ले महाराष्ट्र के सांगली के लोककलाकार मन ह काली  राजधानी रायपुर म आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के मंच म दीन।

गोवा के आदिवासी समुदाय के कुनबी नृत्य

कुनबी नृत्य गोवा के कुनबी मन, मुख्य रूप ले गोवा म बसे एक आदिवासी समुदाय हे,जेन इहां के सबले जुन्‍ना लोक परंपरा ल सरंक्षित रखेे हे।कुनबी महिला मन के नर्तक मन के एक समूह ह ये तेज अऊ सुरुचिपूर्ण नृत्य, पारंपरिक सादा पोशाक पहिरे ये जातीय कला के सामुहिक नृत्य प्रस्‍तुत करिन।

छत्तीसगढ़ के करमा नृत्य के झलक

रायपुर, राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के तीसरइया दिन छत्‍तीसगढ़ के करमा नृत्‍यु के प्रस्‍तुतति तको होइस। एमा महिला मन नीला साड़ी पहिरे अऊ मूड़ म कलगी लगाए आदिवासी परम्परा के पहिचान ल सरंक्षित रखत सामूहिक, सामजंस्य अऊ एकता का संदेश देत करमा प्रस्‍तुत करिन। वाद्य यंत्र घलव म छत्तीसगढ़ के झलक दिखिस एमा निशान बाजा,मोहरी, मांदर, टिमटिमि बाजा के प्रयोग होइस ।

नर्तकी के संग नाचथे लौ, अइसन अद्भुत नृत्य हे होजागीरी

रायपुर, होजागीरी त्रिपुरा म दीपावली के खास नृत्य हे। मनखे मन घर म तो दीया जलाथें फेर दीवाली जइसे बड़े त्योहार के आनंद अऊ बेहतर तरीका ले मना बर ओ मन होजागीरी करथें। ये नृत्य म लोककलाकार मन अपन सिर म बोतल रखथें अऊ ये म दीया जलाथें।

डाना वाद्य यंत्र के संग मेघालय के वांगला नृत्य के मनमोहक प्रस्तुति

रायपुर, मेघालय के गारो जनजातियां भगवान के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करे बर ये नृत्य करथे। प्रकृति पूजन उपर आधारित नृत्य अक्टूबर-नवंबर महिना म करे जाथे। ये नृत्य म स्त्री अऊ पुरुष दुनों भाग लेथें।

भाई के लम्‍बा उमर बर दालखाई नृत्य के माध्यम ले होथे हे वनदेवी के प्रार्थना

रायपुर, भाई के दीर्घायु बर दालखाई नृत्य के माध्यम ले वनदेवी के प्रार्थना संबलपुरी ओडिशा के सौंरा जनजाति मन ह करथें।

तेलंगाना के लम्बाडी जनजाति के विशेष नृत्य लंबाडी

रायपुर, लंबाडी नृत्य तेलंगाना के लम्बाडी जनजाति के एक विशेष प्रकार के नृत्य ये ये नृत्य म महिला नर्तक बने फसल के कामना बर भगवान ल प्रसन्न करे बर नृत्य करथे। विवाह अउ आन अवसर म अपन खुशी प्रकट करे बर घलो ये नृत्य करे जाथे। ये नृत्य म डफ अऊ तुकता वाद्ययंत्र के परयोग करे जाथे।

सिक्किम के कलाकार मन प्रस्तुत करिन तमांगशेलो नृत्य

रायपुर, सिक्किम म नवा साल के सेलिब्रेशन तमांगशेलो नृत्य के संग होथे। नवा साल के अवसर म मनखे ये खूबसूरत नृत्य करथें। ये नृत्य के खासियत ये मां उपयोग होवइया वाद्ययंत्र हे। ये वाद्ययंत्र भगवान बुद्ध के चिनहा के रूप म माने जाथे।