मनरेगा के तहत बने चेकडेम ले 20 किसान मन के 17 एकड़ जमीन म बाढि़स सिंचाई सुविधा
मनेन्द्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी, किसान के मेहनत सफल तभे हो सकत हे जब किसान तीर समय म सिंचाई बर पानी होवय। ग्राम पंचायत बरदर म नरवा तिर रहइया कई किसान मन तीर सिंचाई के संसाधन नइ होए ले ओ मन ल अपन खेत ले मनचाहा लाभ नइ मिल पात रहिस। गांव के तीर बोहइया नरवा ले पूरा बारिश के पानी बोहाके आगू हसदेव नदी म जाके मिल जात रहिस अऊ ओखर बाद गर्मी आत तक वो नाला पूरा जल विहीन हो जात रहिस। बारिश म खेत मन मे कटाव करके बोहइया बारिश के पानी बाद म सिंचाई तो दूर ऊंखर पशु मन बर पेयजल घलोक नइ दे पात रहिस। फेर बीते वित्तीय साल म महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत बनाय गए एक पक्का चेक डेम ले अब गांव के एक कोना हर मौसम म हरियर भरे रहिथे। इहां आधा दर्जन किसान पंप के सहारे अपन 17 एकड़ ले जादा खेत मन म सिंचाई के लाभ लेत दू फसल अऊ तीन फसल तक लेहे लगे हें।
मई के तपत गर्मी म घलोक बरदर के दर्जन भर किसान मन के खेत मन म उड़द के फसल लहलहावत हे। मनेन्द्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी जिला के जनपद पंचायत खड़गवां के एक ग्राम पंचायत बरदर हे। इहां गांव के तीर ले मोरघनिया नाला बोहाथे। ये एक बरसाती नाला ये जेमे बारिश म तो बने पानी रहिथे। फेर बारिश खतम होए के बाद ले ये मां जल कम होए लगथे अऊ गर्मी आत तक ये पूरा सूखा जाथे। ए नरवा ल नरवा विकास के तहत चुन के एमा पक्का चेक डेम बनाय गए हे।
मोरघनिया नरवा म बने चेक डेम ले ग्राम पंचायत म रहइया किसान सत्यनारायण, फागुनाथ सिंह, राजकुमार, बलदेव, बाबूलाल, राजकिशुन, सुरेश अऊ शिवप्रसाद जइसे कुल 20 किसान मन के लगभग 17 एकड़ ले जादा जमीन म दू फसली सिंचाई सुविधा बाढ़ गए हे। ये एक संसाधन ले कई घर के जीवन शैली अऊ स्तर म बदलाव साफ नजर आवत हे। अइसन म महात्मा गांधी नरेगा के तहत बने एक पक्का चेक डेम ह उंखर आर्थिक अऊ सामाजिक स्थिति म बदलाव लाना सुरू कर देहे हे।
नाला म बने चेक डेम ले पानी बर तरसत किसान मन के चेहरा म आईस मुस्कान
