‘छत्तीसगढ़-विकास, उपलब्धि अऊ चुनौती‘ विसय उपर चर्चा
रायपुर, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह कहिन हे कि छत्तीसगढ़ के चहुंमुखी विकास बर हमर सरकार कोति ले हर वर्ग अऊ मनखे के भलाई बर सरलग काम करे जात हे। विकास के ये पैमाना म केवल सड़क, पुल-पुलिया अऊ भवन के निर्माण ही नहीं भलुक बने शिक्षा, स्वास्थ्य अऊ रोजगार जइसे हर जरूरत के उपलब्धता सामिल हे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ह राजधानी रायपुर म निजी चैनल कोति ले ‘छत्तीसगढ़-विकास, उपलब्धि अऊ चुनौतियां‘ विसय म आयोजित परिचर्चा म ये आशय के विचार व्यक्त करिन। ये बेरा म उमन कई ठन क्षेत्र मन म उल्लेखनीय काम करइया मनखे अऊ संगठन ल सम्मानित घलोक करिन। उमन बताइन कि छत्तीसगढ़ राज्य 19 साल के हो गए हे। हमला चाही कि छत्तीसगढ़ के चौतरफा विकास बर हमार पुरखा मन ह नवा राज्य के जऊन सपना देखे रहिन, ओला अमली-जामा पहिराए म कोनो कसर नइ छोड़े जाय। एला ध्यान म रखत हमर सरकार कोति ले हर वर्ग अऊ मनखे के भलाई बर कई महत्वपूर्ण योजना अऊ नवा-नवा कार्यक्रम मन ल लागू करके कुशलतापूर्वक चलाए जात हे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ह कहिन कि छत्तीसगढ़ प्राकृतिक संसाधन मन ले भरा-पूरा प्रदेश हे। इहां खनिज के प्रचुर संसाधन हे। एखर अलावा राज्य के 44 प्रतिशत भू-भाग वन ले आच्छादित हे। इहां मेहनतकश मनखे निवासरत हें। एखर संगें-संग नदी-नाला, पशुधन अऊ उर्वरा जमीन उपलब्ध हे। एला ध्यान म रखत हमर सरकार कोति ले राज्य म नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी जइसे महत्वपूर्ण योजना घलोक संचालित करे जात हे। श्री बघेल ह कहिन कि हमर लक्ष्य प्रदेश म उपलब्ध संसाधन मन के बने उपयोग करके हर मनखे ल ताकतवर अऊ स्वावलंबी बनाना हे। ये मा पाछू बछर के जइसे सिरिफ शहरी अऊ क्षेत्र विशेष ही नहीं भलुक जम्मों ग्रामीण अंचल के संग छत्तीसगढ़ के सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था ल मजबूती देहे के उपाय सामिल हे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह बताइस कि प्रदेश म किसान होवय, मजदूर होवय, व्यापारी होवय, महिला होवय चाहे युवा होवय हर वर्ग के मनखे मन के उत्थान बर काम होवत हे। प्रदेश म करीबन 80 प्रतिशत मनखे खेती-किसानी उपर निर्भर हे। इहां किसान मन ल उंखर उपज के सही मूल्य देवाए बर प्रति कुंटल के हिसाब ले 2500 रूपिया देहे जात हे, जऊन देश म पहिली राज्य हे। एखर से ग्रामीण अर्थव्यवस्था ल अड़बड़ मजबूती मिले हे। प्रदेश म एखर से पूरा व्यापार-व्यवसाय ल बढ़ावा मिले हे। अतकेच नहीं भलुक बड़े तदाद म किसान मन के करजा-माफी घलोक करे गए हे।
अइसनहे शहरी क्षेत्र म कलेक्टर गाइडलाईन म 30 प्रतिशत के कटौती करे गए हे। एखर फलस्वरूप पाछू साल के तुलना म ये साल रजिस्ट्री के संख्या म एक लाख के बढ़ोत्तरी होए हे। देश म आर्थिक मंदी के दौर के बावजूद राज्य म ऑटोमोबाईल सेक्टर के रिटेल बिक्री म करीबन 25 प्रतिशत के बढ़ोत्तरी होए हे। रीयल एस्टेट क्षेत्र म पाछू जून-सितम्बर महिना म प्राप्त 92 करोड़ रूपिया राशि के तुलना म ये साल जून ले सितमबर महिना तक 152 करोड़ रूपिया के राशि प्राप्त होए हे। सराफा मार्केट म 84 प्रतिशत के बढ़ोतरी दर्ज करे गए हे। अइनहे छत्तीसगढ़ के सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था ल मजबूती देहे बर हरसंभव पहल करे जात हे।