विशेष लेख : छत्तीसगढ़ मॉडल ले बदलत हे गांव अऊ किसान मन के तस्वीर अऊ तकदीर

-नसीम अहमद खान, सहायक संचालक

रायपुर, किसान अऊ खेती छत्तीसगढ़ के असल पूंजी ये। एकर बेहतरी अऊ खुशहाली ले ही राज्य ल समृद्ध अऊ खुशहाल बनाय जा सकत हे। ये मरम ल समझके मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह सत्ता के बागडोर संभालतेच किसान मन के हित म क्रांतिकारी फैसला लीन। खेती-किसानी, गांव अऊ गांव वाले मन ल सहेजे के जतन करिन। एकरे परिणाम हे कि नवा छत्तीसगढ़ मॉडल तेजी ले आकार लेवत हे। जेखर चलते मुरझाए खेती लहलहा उठे हे अऊ गांव गतिमान हो गे हे। छत्तीसगढ़ मॉडल राज्य के ग्रामीण अर्थव्यवस्था अब लउहे ले पुष्पित अऊ पल्लवित होके इठलाए लगे हे। गांव, गांव वाले अऊ किसान मन के तस्वीर अऊ तकदीर म सुखद बदलाव दिखाई देहे लगे हे।
छत्तीसगढ़ सरकार के गांव, गरीब, किसान, व्यापार अऊ उद्योग हितैषी नीति मन ले समाज के सबो वर्ग मन म खुशहाली हे। छत्तीसगढ़ सरकार कोति ले धान अऊ तेंदूपत्ता के देश म सबले जादा कीमत म खरीदी, किसान मन के करजा माफी, सिंचाई कर के माफी, सुराजी गांव योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना अऊ गोधन न्याय योजना के संग ग्रामीण अर्थव्यवस्था ल नवा जिंदगी मिले हे। एखर चलते छत्तीसगढ़ के बाजार म रौनक बरकरार हे। दरअसल छत्तीसगढ़ सरकार ह जेन नवा आर्थिक मॉडल अपनाए हे, वोमें ग्रामीण विकास अऊ औद्योगिक विकास के माध्यम ले आर्थिक विकास अऊ रोजगार के नवा अवसर सुलभ होए हे। तीन बछर म धान खरीदी, लघु वनोपज संग्रहण अऊ किसान मन ल मिले प्रोत्साहन के संग गांव वाले मन, किसान मन अऊ संग्राहक मन ल करीबन 80 हजार करोड रुपिया ले जादा के राशि मिले हे। सुराजी गांव योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी ले ग्रामीण विकास के प्रक्रिया तेज होए हे।
राज्य के खुशहाल ग्रामीण अर्थव्यवस्था के अंदाजा ये बात ले ही लगाए जा सकत हे कि बीते तीन साल म न सिरिफ खेती के रकबा म बढ़ोतरी होए हे, भलुक किसान मन के संख्या म घलोक बढ़ोतरी होए हे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह राज्य के किसान मन के करीबन 9 हजार करोड़ रूपिया के कृषि ऋण माफ करके किसान मन के चेहरा म मुस्कान बगराए के संगेच ओ मन ल आत्म विश्वास ले भर देहे हे। समर्थन मूल्य म धान खरीदी, किसान मन के ऊपर कदई बछर ले बकाया सिचाई कर, राज्य के 5 लाख 81 हजार ले जादा किसान मन ल सिंचाई बर निःशुल्क अऊ रियायती दर म बिजली उपलब्‍ध कराके राहत देहे हें।
छत्तीसगढ़ सरकार कोति ले शुरू करे गए राजीव गांधी किसान न्याय योजना ह सही म किसान मन के श्रम के सम्मान करे के योजना ये। ये योजना के तहत किसान मन ल हर बछर करीबन 5700 करोड़ रूपिया के राशि आदान सहायता तौर म देहे जात हे। एकर सीधा लाभ खेती-किसानी अऊ किसान मन ल होए हे। प्रदेश सरकार के सुराजी गांव योजना नरवा, गरुवा, घुरवा, बाड़ी के विकास ले गांव म स्वावलंबन अऊ आर्थिक गतिविधि मन ल बढ़ावा मिले हे। स्थानीय संसाधन मन के संरक्षण अऊ विकास म मनखे मन के भागीदारी बाढ़े हे। गांव मन म बने गौठान आजीविका के केंद्र बनत जात हे। राज्य के करीबन 7777 ले जादा गौठान मन म पशु मन के संरक्षण अऊ संवर्धन के व्यवस्था के संगेच उहां हरिय चारा के उत्पादन, महिला समूह मन के सामूहिक रूप ले सब्जी के खेती, फलदार पौधा मन के रोपण अऊ जैविक खाद के उत्पादन के संग आन आय मूलक गतिविधि मन के संचालन ले ग्रामीण अर्थव्यवस्था ल एक नवा आधार मिले हे।
राज्य म पशुधन ल संरक्षित अऊ संवर्धित करे गांव मन म रोजगार अऊ आर्थिक गतिविधि मन के संग जैविक खेती ल बढ़ावा देहे बर राज्य म गोधन न्याय योजना के शुरू करे गए हे। छत्तीसगढ़ सरकार एखर जरिए गांव वाले मन, किसान मन अऊ गो-पालक मन ले 2 रूपिया किलो म गोबर खरीदी के व्यवस्था करके गांव वाले मन अऊ गो-पालक मन ल सीधा लाभ पहुंचाए के सार्थक प्रयास करे हे। राज्य गौठान मन म अब तक 57 लाख कुंटल गोबर के खरीदी करे हे, जेखर एवज म सरकार ह पशुपालक अऊ गांव वाले मन ल 114 करोड़ के राशि के भुगतान करे हे।
छत्तीसगढ़ राज्य म वनोपज के संग्रहण घलोक राज्य के वनांचल क्षेत्र के मनखे मन के आजीविका के बहुत बड़का साधन रहे हे। प्रदेश सरकार ह वनवासी मन ल वनोपज संग्रहण के संग लाभान्वित करे के सराहनीय प्रयास करे हे। राज्य म अब 52 प्रकार के लघु वनोपज के खरीदी समर्थन मूल्य म होवत हे। लघु वनोपज के संग्रहण म छत्तीसगढ़ देश म पहिली स्थान म हे। छत्तीसगढ़ सरकार कृषि आधारित उद्योग मन ल बढ़ावा देहे के जतन करत हे। एखर खातिर नवा औद्योगिक नीति म कई सहूलियत अऊ प्रावधान करे हे। लघु वनोपज, औषधि अऊ उद्यानिकी आधारित प्रोसेसिंग यूनिट अऊ ग्रामीण अंचल म फूड पार्क के स्थापना ले ग्रामीण अर्थव्यवस्था ल अऊ सुदृढ़ बनाए म मदद मिलही।
राज्य म किसान मन ल सिंचाई बर निःशुल्क अऊ रियायती दर म बिजली के उपलब्धता सुनिश्चित करे ले खेती किसानी ल बल मिले हे। कृषि पंप मन के ऊर्जीकरण बर प्रति पम्प एक लाख अनुदान राशि देहे जात हे। राज्य म करीबन 5 लाख 81 हजार ले जादा ऊर्जीकृत कृषि पम्प हे। बीते 03 बछर म करीबन 60 हजार स्थायी कृषि पम्प ल ऊर्जीकृत करे गए हे। राज्य शासन कोति ले कृषक मन ल वित्तीय राहत देहे के उद्देश्य ले कृषक जीवन ज्योति योजना के अंतर्गत पात्र कृषक मन ल 3 अश्वशक्ति तक कृषि पम्प के बिजली बिल म 6000 यूनिट प्रति साल अऊ 3 ले 5 अश्वशक्ति के कृषि पम्प के बिजली बिल म 7500 यूनिट प्रति साल छूट देहे जात हे। ये छूट के अलावा कृषक मन ल फ्लेट रेट दर म बिजली प्राप्त करे के विकल्प घलोक देहे गए हे। अनुसूचित जाति अऊ अनुसूचित जनजाति के किसान मन बर विद्युत खपत के कोनो सीमा नइ रखे गए हे। अभी हाल म ये योजना के अंतर्गत 5 लाख 81 हजार किसान हितग्राही लाभान्वित होवत हें।

अनुवाद: गुरतुर गोठ डॉट कॉम

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