रायपुर, 24 जुलाई 2023
राज्य सरकार कती ले छत्तीसगढ़ी कला ल बढ़ावा दिए ब गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिला म आदिवासी कारीगर मेला ले आयोजन करे गइस। मेला जिला के आदिवासी कारीगर मन के बनाए हस्तकला उत्पाद के बेचरि अउ कला ल बढ़ावा दिए ब संस्था ट्राईफैड डहर से आयोजित करे गइस। ट्राईफैड के उद्देश्य जनजातीय कारीगर मन के बनाए उत्पाद के विपणन अउ लॉजिस्टिक विकास ल बढ़ावा देना हे।
मेेला म जिला के सब्बो विकासखण्ड ले राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत गठित स्व-सहायता समूह के आदिवासी परिवार मन ह अपन कला के प्रदर्शन करिस। स्व-सहायता समूह कती ले मेला म बांस ले बने जिनिस, टुकनी, सूपा, मछरी धरे के यंत्र/जाली, पूजा के जिनिस, महिला मन के घेंच(गला) अउ कान के माटी के बाली, टॉप्स, फ्लावर डेकोरेशन आईटम, धान के गहना जईसे के हार, राखि अउ अंगूठी आदि, छिन के पान के आधुनिक सजावटी समान, चटई, माटी के कलात्मक बरतन, लोहा के औजार, सूखाये वनोपज ले बने सजावटी समान अउ माटी म नक्काशी करे गए मूरती के प्रदर्शनी लगाए गए रहीस हे।
आदिवासी कारीगर मेला म एनआरएलएम के जिला मिशन प्रबंधक ह बताइस कि एनआरएलएम अंतर्गत गठित आदिवासी स्व-सहायता समूह के बनाए जिला ल विशिष्ट पहिचान देवाए वाले उत्पाद ल सूचीबद्ध कर के ट्राईफैड के माध्यम ले अलग अलग सहर मन म बेचे ब प्रोत्साहित करे जाही। ओ ह आदिवासी कारीगर मन ल घलो महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क रीपा म जघा दे के उत्पाद बनाए अउ ट्राईफेड संस्था ले लिंक करे के बात कहिस। कार्यक्रम म ट्राईफेड दिल्ली के कर्नल विनीत प्रभात, हस्तशिल्प विकास बोर्ड रायपुर केे श्री एल एस भट्टी, क्षेत्रीय प्रबंधक ट्राईफेड श्री पी एस चक्रवर्ती, सीईओ जनपद पंचायत गौरेला, जनपद सीईओ पेण्ड्रा, समेत सहायक परियोजना अधिकारी अउ जिला, जनपद स्तर के विकास विस्तार अधिकारी उपस्थित रहिस हे।
Neha Rathore