- चावल, गेहूं, धान, पैरा, कौड़ी अऊ रूद्राक्ष ले बने राखी मन सजही भाई मन के कलाई
- कटघोरा के महिला समूह बनावत हे नवा-नवा डिजाइन के देशी राखी
- स्वावलंबी होए के संग इनोवेशन कोति बढि़न महिला मन
कोरबा, 11 जुलाई 2020। भाई-बहिनी के प्यार के पावन तिहार रक्षाबंधन अवइया हे, अइसन म बाजार म रंग बिरंगी राखी आए ल शुरू हो गए हे। इही कड़ी म कभू कोरोना के हॉट स्पाट बन गए कटघोरा के महिला मन देशी राखी बनाके नवा मिशाल पेश करत हें। बहिनी मन के प्रेम बनके ये रक्षाबंधन म चावल, गेहूं, दाल, धान, पैरा, बांस, कौड़ी, रूद्राक्ष जइसे परंपरागत चीज मन ले बने आकर्षक राखी एसो के साल भाई मन के कलाई मन म सजही। कोरबा जिला के जनपद पंचायत कटघोरा के जननी महिला संकुल संगठन धंवईपुर के महिला मन चाइनीज राखी मन ल कड़ा टक्कर देहे बर छत्तीसगढ़ी थीम उपर राखी बनावत हें। समूह के 20-25 महिला मन मिलके पैरा, दाल, चावल दाना, कौंड़ी अऊ गेहूं दाना ले कई प्रकार के अऊ नवा-नवा कलात्मक डिजाइन म राखी बनावत हें। भाई-बहिनी के प्रेम के ये तिहार ल स्वदेशी अऊ पूरा छत्तीसगढ़ी स्वरूप देहे बर करीबन दस हजार राखी समूह के महिला मन तियार करत हें। चीन के प्लास्टिक राखी मन ले मुक्ति अऊ छत्तीसगढ़ी थीम म बने राखी मन आमजन ल अपने आप आकर्षित करत हें।
जननी महिला संकुल संगठन धंवईपुर के महिला मन कोति ले बनाये जात राखी मन के खास बात ये घलोक हे के नवा-नवा डिजाइन अऊ थीम बनाए बर एमन कोनो ट्रेनिंग नइ लेहे हें। महिला मन यू-ट्यूब ल देखके अऊ खुद इनोवेशन के नवा तरीका सीखके इमन कलात्मक डिजाइन के संरचना करत हें। समूह के महिला मन ह दस हजार छत्तीसगढ़ी थीम उपर राखी बनाए के लक्ष्य निरधारित करे हें जेमां ले पांच हजार राखी अभी तक तियार हो गे हे। राखी बनाए बर कच्चा सामान स्थानीय बाजार ले जुटाये गए हें, जेखर से राखी बनाए के लागत घलोक बहुत कम आवत हे।