- छत्तीसगढ़ म विपुल अऊ स्तरीय साहित्य उपलब्ध
- हर बछर 28 नवम्बर के मनाए जाथे छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस
- छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के घलोक करे गए हे गठन
- छत्तीसगढ़ के पौने तीन करोड़ जनता के भावना के मुताबिक छत्तीसगढ़ी ल प्राथमिकता ले आठवीं अनुसूची म सामिल करे के अनुरोध
रायपुर, 15 अगस्त 2020। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह छत्तीसगढ़ी भाखा ल प्राथमिकता ले आठवीं अनुसूची म सामिल करे बर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ल चिट्ठी लिखे हें। श्री बघेल ह श्री मोदी ले आग्रह करे हें के भारतीय गणतंत्र के 26 वां राज्य छत्तीसगढ़ के गठन के ये बीसवां साल ये, फेर सांस्कृतिक दृष्टि ले ये राज्य के अलग पहिचान के इतिहास बहुत जुन्ना हे। छत्तीसगढ़ राज्य के भाखा छत्तीसगढ़ी के घलोक इतिहास हे अऊ ये विशेष उल्लेखनीय हे के छत्तीसगढ़ी के व्याकरण हीरालाल काव्योपाध्याय ह तियार करे रहिन, जेखर संपादन अऊ अनुवाद प्रसिद्ध भाषाशास्त्री जार्ज ए. ग्रियर्सन ह करे रहिन, जऊन सन 1890 म जर्नल ऑफ द एशियाटिक सोसायटी ऑफ बंगाल म प्रकाशित होय रहिस। इही नहीं, भलुक छत्तीसगढ़ के विपुल अऊ स्तरीय साहित्य उपलब्ध हे अऊ ये मा सरलग बढ़ोतरी होवत हे।
छत्तीसगढ़ म छत्तीसगढ़ी के उपबोलियां अऊ कुछ आन भाषा मन घलोक प्रचलन म हे फेर राज्य के बहुसंख्या जनता के भाखा अऊ आन क्षेत्रीय बोली मन के संग संपर्क भाखा छत्तीसगढ़ी ही हे। राज्य म राजकीय प्रयोजन बर प्रयुक्त भाखा के रूप म हिन्दी के अकतहा छत्तीसगढ़ी ल अंगीकार करे गए हे। संगेच राज्य म हर बछर 28 नवम्बर के छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस मनाए जाथे। जनभावना अऊ जरूरत के मुताबिक राज्य के विचार, परम्परा अऊ राज्य के भाषायी विविधता के परिरक्षण, प्रचलन अऊ विकास आदि बर छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के घलोक गठन करे गए हे।
छत्तीसगढ़ी ल आठवीं अनुसूची म सामिल करे के संबंध म केन्द्र शासन कोति ले ये अवगत कराए जात हे के छत्तीसगढ़ी संग देश के आन भाषा मन ल आठवीं अनुसूची म सामिल करे जाना विचाराधीन हे। ये परिप्रेक्ष्य म छत्तीसगढ़ राज्य के पौने तीन करोड़ जनता के भावना के मुताबिक आपसे अनुरोध हे के छत्तीसगढ़ी के भाखा समृद्धि अऊ जनभावना ल ध्यान म रखत छत्तीसगढ़ी ल प्राथमिकता ले आठवीं अनुसूची म सामिल करे जाना जरूरी हे। कृपया येकर उपर विचार करके राज्य के जनता के भावना के मुताबिक जल्दी अऊ सकारात्मक निर्णय लेवव।