हरेली तिहार मनाए खातिर सज गे मुख्यमंत्री निवास

रहचुली झूला, गेड़ी अऊ साजसज्जा वाले बैलगाड़ी ले दिखत हे रौनक
हरेली के मौका म मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ह धरती माता के श्रृंगार बर एक पेड़ मां के नाम लगाए के अपील घलोक प्रदेशवासी मन ले करिन

रायपुर, 03 जुलाई 2024/हरेली तिहार के तियारी  बर सजे मुख्यमंत्री निवास एक छोटे अकन गांव के रूप म नजर आवत हे जिहां हर कोति हरेली के धूम हे। मुख्यमंत्री निवास एक ग्रामीण मड़ई मेला के जइसे सुंदर साजसज्जा म नजर आवत हे। रहचुली झूला, गेड़ी अऊ सुंदर बैलगाड़ी मन ले पूरा परिसर हरेली के रौनक ले दमकत हे।

काली मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय हरेली के अवसर म परंपरागत तरीका ले पूजा करहीं। हरेली के मौका म पशुधन के पूजा करे जाथे। खेती किसानी के शुरूआत म मनाया जाए वाले ये पर्व धरती के प्रति हमर कृतज्ञता ल व्यक्त करथे अऊ ए भावना के मुताबिक मुख्यमंत्री पूजा के बाद किसान भाइ मन ल आधुनिक कृषि उपकरण के वितरण घलोक करहीं।

समय बदलथे फेर छत्तीसगढ़ अपन परंपरा नइ छोड़य। हवाई झूला के दौर म घलोक रहचुली झूला के परंपरा छत्तीसगढ़ के मनखे सुरता रखे हे जेन ओ मन ल अपन ग्रामीण अंचल अऊ पुरखा ले जोड़थे। हरेली के पावन अवसर म रहचुली म चढ़थें अऊ सुरता करथे के मनोरंजन के माध्यम बदले हे मनोरंजन नइ बदले हे। ए अवसर म अतिथिगण रहचुली के उत्साह ल फेर सुरता करहीं। गेड़ी के उत्साह ल याद करहीं। सीसी रोड ले पहिली के दिन म जब गांव के सड़क मानसून के उफान म चिखला म बदल जात रहिस तब गेड़ी सबले सुरक्षित जरिया होत रहिस ताकि चिखला ले बच सकन।

हरेली के मौका म बइला घलोक सजतथे अऊ बैलगाड़ी घलोक सजथे। अपन पशुधन के सम्मान बर, उंखर पूजा बर ये बड़का परब होथे। खेती किसानी के तैयारी मन के बीच धरती माता के अभिवादन के ये तिहार हे अऊ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय अपन परिवार संग परंपरागत तरीका ले हरेली के पूजा करहीं।

हरेली के मौका म ग्रामीण खेल घलोक यादगार होथे। गेड़ी दौड़ जइसे कई प्रतिस्पर्धा होथे। परंपरागत छत्तीसगढ़ी खेल के जादू ए दिन उफान म होथे। मुख्यमंत्री निवास म घलोक एखर पूरा तैयारी करे गए हे। पिट्ठूल, भौरा जइसे खेल विशेष आकर्षण के केंद्र रइही। संगेच परंपरागत छत्तीसगढ़ी पकवान चीला, खुरमी, ठेठरी, अइरसा आदि के घलोक  आनंद मिलही।

ए मौका म सबसे खास लोक संस्कृति ले जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन हे। राऊत नाचा, करमा नृत्य आदि छत्तीसगढ़ के परंपरागत नृत्य के आयोजन होही। ए अवसर म विविध लोकगीत के प्रस्तुति घलोक होही।

छत्तीसगढ़ म हरेली हर जगा अपन विशिष्ट सुंदरता अऊ विशिष्ट रूप अउ तरीका ले मनाए जाथे। प्रदेश के हर अंचल अपन सांस्कृतिक सुंदरता के संग अपन ल व्यक्त करे हे। हरेली के अवसर म होवइया कार्यक्रम म एकर घलोक प्रस्तुति होही।

हरेली त्योहार प्रकृति के प्रति कृतज्ञता के त्योहार हे। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ह एक पेड़ मां के नाम लगाय के आह्वान देश के जनता ले करे हे। छत्तीसगढ़ म मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ह हरेली के दिन एक पेड़ मां के नाम लगाय के आह्वान करे हे ताकि अपन जननी अऊ जन्मभूमि दुनों के प्रति प्रदेश के सबो नागरिक अपन कृतज्ञता व्यक्त कर सकंय।

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