पुलिस भइगे, पता लगावत हे
धमेन्द्र निर्मल के सार समाचार। साहर म रोज एक ठन न एक ठन ठगपुसारी के घटना घटत हावय। घर, बजार अउ रेलगाड़ी हर जगह ठग्गू मन अलग अलग तरीका अपना के लोगन ल अपन सिकार बनावत हावय। पाछू महीना भर म एटीएम फ्राड, त नौकरी लगाए के बहाना अउ अइसनेहे मेकराजाला के अपराध के कम से कम आधा दर्जन ठगपुसारी के मामला जानबा होए हे अउ एति बर पुलिस ह उन ल पकड़ नइ पाए हवय। लोगन मन जादा पइसा के लालच अउ लाटरी के भरोसा धनवान बने के चक्कर म आके लाखों रूपिया गँवावत हे। ए ठगपुसारी कांड के जाँच म जादा ल जादा इही बात आगू म आवत हे कि मनखे अपन गलती ले खुद फँसत हावे। ओमन फँदौला कालिंग ले सावचेत नइ रइय अउ लाटरी नइते ओइसनेहे असन कोनो अउ झूठ मूठ के योजना म फँसके अपन पसीना के कमई पानी म बोहवा डारथे। जब गलती के पता चलथे तब उन मन पुलिस के सहारा माँगे बर जाथे तब तक तो उन चोर उचक्का मन छूलम्मा हो जाय रहिथे। उन चोर उचक्का म पकड़े बर पुलिस तीरन कांही छेदा – भेदा नहीं राहय। ए जिला म अइसनेहे कई ठो कांड हाावय जेकर साल डेढ़ साल ले घलो कोनो फुसका फरिया चोर नइ पकड़ाए हे। पाछू बछर पुलिस हँ लोगन म जागरूगता लाए खातिर स्कूल कालेज मन म ’ साइबर जागृति कार्यषाला चलाए रिहिने, ओकरो जादा असर नइ होइस, पढ़े लिखे मनखे तको मेकराजाला ठग्गू मन के सिकार होवत हे।
त पता चलथे कि दिल्ली यूपी अउ नामताड़ा ( झारखण्ड) म इन ठग मन अपन ठिहा बनाके राखे हावय। जम्मो डेबिट कार्ड वाले लफड़ा म जामताड़ा अउ क्रेडिट कार्ड वाले लफड़ा म दिल्ली अउ नोएडा के ठग मन संघरे हावय।
चटकारा:-
मंगलू:- कस समारू काली थाना म तोर फोटू टंगे देखे हौं , का बात ए जी ?
कोेदू:- अरे हम उ थाना के उद्घाटन करे खातिर नेताजी के साथ गए रहे बा।
मंगलू:- त उहां तो तोरे भर फोटू हे जी।
कोदू:- नेताजी फीता काटते साथ पलेनवा म बइठके उड़ा गइस, बांचेन हम। तो हुंआ हमरा नइ तो अउर किसका फोटू लगेगा।
मंगलू:- त टिरटिरावत काबर हस ?
कोदू:- अरे तैं जा यार हियां ले, समझबे न कांही बात करत बा।