सिंगल विंडो सिसटम 2.0 पोर्टल शुभारंभ
मुख्यमंत्री ह उद्योग विभाग के सिंगल विंडो सिसटम 2.0 के करिन शुभारंभ
उद्योग मन के स्थापना के रद्दा होइस आसान, युवा मन ल मिलही रोजगार के मौका
पोर्टल म एक पइत आवदेन ले ही सबो विभाग मन के मिलही क्लीयरेंस
ऑफलाइन मोड म कोनो कार्यालय जाय के नइ होवय जरूरत
उद्योग स्थापना बर कोन विभाग मन ले लेना होही क्लीयरेंस, ये जानकारी पोर्टल म रइही
सिंगल किलिक म देखे जा सकेही आवेदन के स्थिति
रायपुर, 02 जुलाई 2024। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ह कहिन के छत्तीसगढ़ म निवेश करइया अऊ उद्योग लगवईया उद्यमी मन ल राज्य सरकार कोति ले हर संभव सहयोग प्रदान करे जाही। हमर बड़का प्राथमिकता सुशासन अऊ भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस के नीति हे।
इही कड़ी म आज निवेशक अऊ नवा उद्योग लगवईया मन के सुविधा बर कई ठन क्लीयरेंस अऊ स्वीकृति जल्दी देहे बर सिंगल विंडो पोर्टल 2.0 के शुभारंभ करे गीस। प्रशासनिक दखल कम करके प्रक्रिया ल सरलीकृत बनाए बर ये बड़का पहल करे गीस। मुख्यमंत्री ह कहिन कि ये पोर्टल उद्यमी मन बर बहुत आसान अऊ उपयोग करे म सुगम होही।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज इहां अपन राजधानी रायपुर स्थित निवास कार्यालय ले सिंगल विंडो सिसटम 2.0 पोर्टल शुभारंभ करे के बाद कार्यक्रम ल संबोधित करत रहिन। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ह कहिन कि प्रदेश म संसाधन मन के विपुल भंडार हे अऊ औद्योगिक विकास के घलोक असीम अवसर हे। उद्योग विभाग के ए नवा व्यवस्था ले सबो सुविधा एक किलिक म मिल जाही। उद्योग मन के स्थापना के प्रक्रिया आसान होए ले निवेश म उंखर रुचि बाढ़ेगी अऊ युवा मन ल रोजगार के अवसर घलोक मिलही। व्यवसायी मन ल जरूरी विभागीय अनुमति-सहमति अऊ क्लीयरेंस बर भटकना नइ परही अऊ ना ही अलग-अलग विभाग मन म आवेदन करे के जरूरत होही।
उमन कहिन कि नवा पोर्टल म विभागीय अधिकारी मन ल घलोक जिम्मेदारी देहे गए हे अऊ वो मन ल आवेदन के समय म निराकरण के जवाबदेही घलोक देहे गए हे। मुख्यमंत्री ह उद्योग विभाग के अधिकारी मन ल समय-समय म एखर समीक्षा करे के निर्देश घलोक दीन। उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन ह सबो व्यापारी मन ल बधाई देवत कहिन कि एखर से समय म आवेदन मन के निराकरण होही अऊ आवेदक सिंगल किलिक म अपन आवेदन के स्थिति के बारे म जान पाहीं।
वाणिज्य अऊ उद्योग विभाग के सचिव श्री अंकित आनंद ह सिंगल विंडो सिसटम 2.0 के बारे म विस्तार पूर्वक जानकारी दीन। उमन बताइन कि 16 ले जादा विभाग मन के 100 ले जादा सुविधा ए पोर्टल के माध्यम ले उपलब्ध होही। आवेदक ल एक पइत लॉगिन करना होही अऊ दुबारा आवेदन करे के जरूरत नइ होही। पूरा प्रक्रिया के समय कोनो विभाग से यदि कोनो जानकारी मांगे जाही तो आवेदक लॉगिन करके एखर बारे म जान पाही।
उमन बताइन कि अब कोनो कार्यालय ले ऑफलाइन मोड म संपर्क करे के जरूरत नइ हे। सचिव श्री आनंद ह बताइन कि ई-चालान के माध्यम ले पेमेंट के सुविधा घलोक मिलही। नवा सुविधा मन के जानकारी देवत उमन बताइन कि अब कोनो उद्योग ल लगाय ले पहिली कोन-कोन विभाग मन ले अनुमति के जरूरत होही, ये जानकारी घलोक पोर्टल म उपलब्ध कराए गए हे। सबो विभागीय अधिकारी मन ल आईडी-पासवर्ड घलोक देहे गए हे, जेखर से वो मन समय-समय म आवेदन मन के निराकरण कर पाहीं। अब एखर मॉनिटरिंग आसान होही अऊ अनुमति के लाइसेंस बर समय-समय म संबंधित विभाग अधिकारी मन ल अलर्ट घलोक भेजही।