मुख्यमंत्री ह भेजिस गोधन के धन 8 करोड़ 63 लाख रूपिया

रायपुर 20 फरवरी 2023 मुख्यमंत्री दाऊ भूपेश बघेल मुख्यमंत्री घरू कार्यालय म होवइया आभासी कार्यक्रम के माध्यम ले गोधन न्याय योजना के अंतर्गत पशुपालक गँवइहा, चरवाहा दैहान ले जुरे माइलोगन समूह अउ दैहान समिति मन बर आठ करोड़ तिरसठ लाख रूपिया के धन ऑनलाईन ढील दीन। ये योजना म अभीन तक 412.19 करोड़ रूपिया देहे जा चुके हावय।

ये योजना के शुरू होए ऊपर ले अभीन तक 103 लाख 63 हजार कोंटल गोबर बिसाए जा चुके हे जेकर एवज म गोबर बेचइया मन ल आज 4.76 करोड़ रूपिया भुगतान के बाद 211 करोड़ 25 लाख रूपिया के राशि देहे गे हावय

ये बेरा म मुख्यमंत्री ह गौपालक, पशुपालक, माइलोगन समूह अउ दैहान समिति मन ल बधई अउ शुभकामना दीन हावय। उन कहीन कि गोधन न्याय योजना ले लाभान्वित पशुपालक मन म 59 प्रतिशत के बढ़ौतरी होय हावय अउ गोबर बिसई म 85 प्रतिशत के बढ़ौतरी होय हावय।

मुख्यमंत्री कहिन कि कल हमन शिवाजी के मूर्ति के मुँहदेखई करेन वो मूर्ति म प्राकृतिक पेंट के पोतई होय रहिस हावय येह अबड़ बने बात हरे कि गोबर ले बने पेंट के आम जनता तको उपयोग करत हावय।

मुख्यमंत्री बताइन कि आज भेजे जावत कुल राशि म ले 4 करोड़ 76 लाख ह गोबर खरीदी के हरे जेमा के 2 करोड़ 6 लाख ह विभाग कोति ले अउ 2 करोड़ 70 लाख रूपिया ह स्वावलंबी दैहान मन कोति ले भुगतान करे गे हावय।

उन बतावत रिहिन कि प्रदेश म कुल 10 हजार 732 दैहान स्वीकृत हे जेमा 9 हजार 720 बन चले लगे हे माने स्वीकृत दैहान मन म ले 91 प्रतिशत दैहान के निर्माण पूरा होगे हावय अउ बाचे के बनई लउहे पूरा हो जही।

गोबर पेंट बनाए बर 21 जिला म 45 ईकाई स्वीकृत होय रिहिस जेमा 13 ठिन चालू होगे हे। अभीन तक 30 हजार 218 लीटर पेंट के उत्पादन हो चुके हावय।  14 हजार 458  लीटर पेंट के बेचाए ले 29 लाख 16 हजार 300 रूपिया के आय होय हावय।

उन बताइन कि 99 ठिन दैहान ले गोमूत्र बिसाए जावत हे जेकर ले अभीन तक 1 लाख 33 हजार 484 लीटर गोमत्र बिसाए जा चुके हावय जेकर ले ब्रम्हास्त्र कीट नियंत्रक अउ जीवामृत वृद्धि वर्धक बनत हे जेकर बनाए अउ बेचे ले 28 लाख 96 हजार 845 रूपिया के आय हो चुके हावय।

अभीन गोधन न्याय योजना ले गोबर बिसाए म स्वावलंबी दैहान मन बरोबर भागीदारी निभावत हे अभीन के बेरा म 50 फीसदी दैहान मन स्वावलंबी हो चुके हावय जेमन स्वयं के राशि म गोबर अउ गोमूत्र बिसावत हे अउ अपन खर्चा तको अपने पूँजी ले करत  हावय।

 

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