रायपुर, 13 नवम्बर 2020। दीपावली म छत्तीसगढ़ म धान के झालर बांधे के परंपरा हे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ह अपन निवास म धान के झालर बांधे के रसम पूरा करिन। बस्तर ले लेके सरगुजा तक अंगना अउ द्वार म झालर लटकाए जाय के परंपरा हे, जेला पहटा या पिंजरा घलो कहे जाथे। दीपावली के दौरान खेत मन म जब नवा फसल पक के तैयार हो जाथे, तब ग्रामीण धान के नरम बाली ले ये तरह के कलात्मक झालर तैयार करथे। एखर ले घर के सजावट करके अपन सुख अउ समृद्धि बर मां लक्ष्मी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करत हुए पूजन बर आमंत्रित करथे। अइसे लोक विश्वास हे कि ये आमंत्रण चिड़िया के माध्यम ले देवी तक पहुंचथे, जे धान के दाना चुगे बर अंगना अउ द्वार म उतरथे। प्रदेश के लोक-संस्कृति अपन खुशी ल प्रकृति के संग बांटथे अउ सहेजथे।
दीपावली के सांस्कृतिक परंपरा: सीएम भूपेश बघेल ह अपन निवास म धान के झालर बांधे के रसम पूरा करिन
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