दन्तेवाड़ा, 30 मार्च 2021। किसान मारो कश्यप किसानी के संगें-संग मछली पालन के काम करथे। वोखर मेरन खुद के जमीन म 0.40 हेक्टेयर के छोटकुन तालाब हे जेमा वो ह मछली पालन करथे। शुरू म वोला मछली पालन के बने जानकारी नइ रहिस त वोला बने आमदनी नइ होवत रहिस। तालाब म बिना प्रबंधन अऊ बिना आहार देहे 80-100 किलो तक मछली मिलत रहिस जेखर से वोकर आय म बढ़ोतरी नइ हो पात रहिस। मछली पालन विभाग के मत्स्य अधिकारी ले मिले के बाद मछली पालन ले सम्बन्धित उन्नत तकनीक के बारे म वोला जब जानकारी होइस त वो ह विभाग ले सम्पर्क करके सघन मछली पालन के काम करिस अऊ विभाग ले सम्बन्धित हितग्राही मूलक योजना जइसे मत्स्याखेट उपकरण, आईस डब्बा, परिपूरक आहार, मत्स्य बीज के लाभ लेहे ले मत्स्य उत्पादन म बढ़ोतरी हो गीस। अब वोला समुचित प्रबंधन ले मछलीपालन म हर साल करीबन 10 हजार रूपिया तक आमदनी होवत हे। खेती के संग मछली पालन के काम करके वो ह अपन आय वृद्धि ले संतुष्ट हे।