रायपुर 21नवंबर 2020। कोरोना संक्रमण के मामला फेर बाढ़त हे। ये बेरा म सावचेत रहना बहुत जरूरी हे। चिकित्सक, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनीसेफ सबो घेरी-बेरी गिलौली करत हें के संक्रमण ले बांचे बर अभी सार्वजनिक जगा मन म मास्क पहिरना, एक-दूसर ले दू गज के सुरक्षित दूरी रखना, भीड़ ले बचना अऊ हाथ ल साबुन पानी ले घेरी-बेरी धोना जरूरी हे।
राज्य म हर हफ्ता डेथ आडिट के रिव्यू करे जात हे जेमां अधिकांश केस म मरीज के देरी ले अस्पताल पहुंचना प्रमुख कारण रहिथे। महासमुंद जिला के 47 साल के महिला ल 25 अकटूबर के लक्षण दिखाई देत रहिस। सर्वे टीम ल घलोक वो ह नइ बताइस के वोला करोना के लक्षण हे। जब जादा तबीयत खराब लगे लगिस त 10 नवंबर, माने 15 दिन के बाद टेस्ट कराइस। वो महिला ल आन बीमारी जइसे हृदय के तकलीफ,अल्सर आदि घलो रहिस। 10 नवंबर के टेस्ट म कोरोना पाजिटिव आए म उही दिन वोला अस्पताल म भर्ती कराए गीस, फेर इलाज शुरू होए के पहिलीच ओखर मृत्यु हो गे। ओखर अऊ ओखर परिजन मन के लापरवाही ले ये मृत्यु हो गीस। कहूं सर्वेक्षण दल ल घलोक समय म वो मन बताए होतिन त वोला पहिलीच उपचार मिल जातिस अऊ वोकर जान बांच जातिस। स्वास्थ्य विभाग एखरे सेती घेरी-बेरी अपील करत हे के सर्वेक्षण दल मेर अपन लक्षण ल झन लुकावव। बेरा म जांच अऊ उपचार लेहे ले कोरोना ठीक हो सकत हे।