किसान गर्मी के मौसम म करव खेत के गहिर जोतई, मिलही 20 प्रतिशत तक जादा उपज

फसल के भरपूर पैदावार बर गहिर जोतई बहुतेच जरूरी होथे। जोतई के सेती फसल ल जर खोभियाए अऊ ओ पौधा म पोषक तत्व पहुँचाए म मदद मिलथे। गर्मी के मौसम म गहिर जोतई करे ले कीट प्रबंधन, खरपतवार प्रबंधन अऊ मृदा जनित रोग मन के प्रबंधन होथे जेखर से फसल उत्पादन म 15-20 प्रतिशत तक के बढ़ोतरी होथे। किसान गर्मी के मौसम म गहिर जोतई मई-जून के महीना म माटी पलटइया नांगर जइसे मोल्ड बोर्ड प्लाऊ, टर्न रेस्ट प्लाऊ या रिर्वस विल मोल्ड बोर्ड प्लाऊ आदि कृषि यंत्र ले करना चाही। किसान मन ल कम से कम 3 बछर म एक पईत खेत के 20 सेंटीमीटर तक के गहिर जोतई करना चाही।

खासकर धान अऊ गेहूं के खेती करइया किसान मन बर गरमी के गहिर जोतई वरदान साबित हो सकत हे। काबर के माटी म सरलग एक जइसे फसल लगाय ले अउ रासायनिक खातू अउ दवइ ले माटी सख्त अउ कठोर हो जाथे जेखर से माटी म सीमेंटेड लेयर (कड़क परत) बन जाथे अऊ जमीन म पानी घुसरय नहीं। जेखर से सरलग जल स्तर मे गिरावट देखे जात हे। उहें माटी कड़क होए ले माटी के जल धारण क्षमता अउ उर्वरा शक्ति कम होत जाथे अउ फसल मन म कई प्रकार के रोग, कीट अउ बीमारी अउर खरपतवार मन के समस्या दिन प्रति दिन बाढ़त जाथे। जेखर से फसल के उत्पादन म गिरावट देखे जात हे।

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