आपातकालीन स्थिति म दूरिहा-दूरिहा के गांव मन म उच्च स्तरीय जांच अउ तुरंते सैम्पल रिपोर्टिंग बर वरदान साबित होही ड्रोन तकनीक
Raipur: Drone technology will prove to be a boon for high level investigation and immediate sample reporting in remote areas in case of emergency.
अंबिकापुर, 19 फरवरी 2024। भारत सरकार के पायलेट प्रोजेक्ट यूज ऑफ ड्रोन टेक्नॉलॉजी ए हेल्थ सर्विस डिलीवरी बर छत्तीसगढ़ ले अंबिकापुर स्थित राजमाता श्रीमती देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के चयन होय हे। एखर अंतर्गत ड्रोन के माध्यम ले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उदयपुर ले ब्लड सैंपल शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय लाए जाही अऊ जांच के बाद रिपोट सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उदयपुर भेजे जाही। एखर क्रियान्वयन बर पहिली चरण म परयोग के तौर म राजमाता श्रीमती देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय म सोमवार के पहिली ड्रोन ट्रायल करे गीस। मेडिकल कॉलेज ले 40 कि.मी. दूरिहा उदयपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले ड्रोन के माध्यम ले जांच बर ब्लड सैम्पल अउ ओटी कल्चर बर सैंपल ड्रोन ले भेजे गीस।
जानबा हे कि राज्य के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश म स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल राज्य म स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाय बर सरलग उदीम करत हे। इही कड़ी म हाले म राज्य म 250 ले जादा मेडिकल आफिसर अउ विशेषज्ञ चिकित्सक मन के नियुक्ति घलोक करे गए हे।
सरगुजा अउ बस्तर क्षेत्र के दूरस्थ क्षेत्र मन म स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के लैब म कई ठन जांच नइ होवय अऊ ए मन ल तीर के रेफर सेंटर्स म भेजना परथे। अइसन स्थिति म ड्रोन सुविधा मरीज मन बर वरदान साबित हो सकत हे। ट्रायल परीक्षण म ड्रोन ल मेडिकल कालेज अम्बिकापुर ले उदयपुर पहुचे मे 30 मिनट के समय लगिस जिहां उदयपुर के झिरमिटी स्टेडियम ग्राउंड म ओखर सफल लैडिंग कराए गीस। एखर से 15 मिनट के अंदर ब्लड सैपल जेखर वजन लगभग 600 ग्राम रहिस, ड्रोन म लोड करे गीस अउ वापस ड्रोन ल मेडिकल कालेज अम्बिकापुर भेज दे गीस।
ए प्रोजेक्ट बर दू स्व-सहायता समूह के ड्रोन दीदी मन ल, ड्रोन संचालन के ट्रेनिंग बर दिल्ली भेजे गए रहिस। जेमां ले सैंपल लोडिंग अउ अनलोडिंग के काम बर एक ड्रोन दीदी ल उदयपुर अउ एक ड्रोन दीदी अम्बिकापुर बर प्रशिक्षित करे गए हे। ए प्रोजेक्ट के सफल होए म राज्य के जम्मो जिला मन म एला लागू करे जाही। दूरस्थ इलाका ले भर्ती मरीज ल तुरंते जांच अउ सैपल रिपार्टिग के जानकारी वायु परिवहन के माध्यम ले सुविधा उपलब्ध कराना सरगुजा जिला बर एक वरदान साबित हो सकत हे।