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सबले आगू रहइया कोरोना वारियर्स आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मन घर-घर जा के लेवत हें संक्रमित मन के जानकारी

रोजे भिनसरहा पूरा उछाह अऊ सुरक्षा के संग फील्ड म निकलथें, इंखरे बुता ले आसान होवत हे संक्रमित मन के पहिचान

दुर्ग 22 सितंबर 2020। मास्क लगाके, सैनेटाइजर लेके शास्त्री चौक के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सविता डकोरे फील्ड म एकदम भिनसरहा आठ बजे ले निकल जाथे। ओखर काम हे घर-घर जाके सर्दी, खांसी बुखार के लक्षण वाले मनखे मन के चिन्हारी करना। वो सिरिफ चिन्हारी भर नई करय भलुक ओ मन ल टेस्ट बर प्रेरित तको करत हे। सविता विशेष रूप ले पचास साल ले जादा उमर के मनखे मन के चिन्हारी बर विशेष सजग रहिथे काबर के कोविड के सबले गंभीर असर इही आयु वर्ग ऊपर ज्यादा परत हे। सविता के जइसे ही नगरीय निकाय मन म पांच सौ कार्यकर्ता हर दिन शहर म संक्रमण के लक्षण वाले मरीज मन के पहिचान बर निकलत हें। हर दिन ओ मन चालीस ले पचास घर कवर करत हें।

सुरैया परवीन के बताती हमार तीर आॅक्सीमीटर घलोक हे। एखर से हमला चिन्हारी करे म बने आसानी होथे। आॅक्सीमीटर म आंकड़ा 95 ले नीचे आए म हम तुरंते जानकारी अपन प्रभारी अधिकारी ल दे। हम बताते हे कि ये वाले 95 ले नीचे आॅक्सीजन लेवल जाय म आप मन ल मेडिकल सहायता के जरूरत परही। हमार अधिकारी फेर समन्वय कर लेथें। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन ह बताइस के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मन ल एखर बर पूरा ट्रेनिंग दे गए हे। ओ मन ल ये वाले बताए गए हे के संक्रमण के लक्षण वाले मनखे मन के चिन्हारी तो करव, अऊ ओ मन ल तुरंत टेस्ट कराए बर घलोक प्रेरित करव। ओ मन बताथें के कइसे कोरोना के जांच बर कहूँ मरीज ह टालमटोल कर देथें त संक्रमण कइसे तेजी ले फैल सकत हे। श्री जैन ह बताइस के गया नगर, उरला, सिकोला बस्ती, राम नगर, नयापारा, भिलाई 3 जइसे जगा म व्यापक अभियान चलाय जात हे। हमर फोकस पचास साल ले जादा अऊ पहिली ले बीमार चलत मनखे मन ऊपर हे। काबर के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपन क्षेत्र के बारे म अच्छा जानकारी राखथें अऊ इंकर तीर फीडबैक तको होथे। इंकर माध्यम ले संक्रामित मनखे मन के पहिचान करे म आसानी होवत हे।

सुरैया के सहायिका सविता ठाकुर अऊ मितानिन दुलारी बाई ह बताइस के मनखे मन ल जागरूक करना बहुत पुण्य के काम हे। हमन बताथन के कइसे ये बीमारी लापरवाही बरते म गंभीर हो जाथे। एकर अच्छा असर होथे अऊ मनखे मन बात मानथें अऊ टेस्ट बर तको जाथें। हमर मेर आॅक्सीमीटर रहे के सेती हम जादा तकनीकी रूप ले मजबूत होए हन। एखर से घलोक मनखे मन ल लागथे के एखर से अपन आॅक्सीजन लेवल के जांच करानी चाही। जिला परियोजना अधिकारी अऊ जिला कार्यक्रम अधिकारी खुद घलोक मौका म जा के एखर मॉनिटरिंग करत हे।

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