– चंदखुरी म अब तक 289 किसान मन ले 13 हजार 361 क्विंटल धान खरीदे गीस, किसान मन ल 1 करोड़ रुपए ले जादा के भुगतान
– थनौद म 85 किसान मन ले अब तक 3 हजार 957 क्विंटल धान के खरीदी
दुर्ग, जिला म धान खरीदी के काम सुचारू रूप ले जारी हे। कलेक्टर श्री अंकित आनंद के निर्देशानुसार लगातार धान खरीदी केंद्र मन के मानिटरिंग करे जात हे। किसान मन ल धान बेचे म कोनो प्रकार के परेशानी नइ होवत हे। कोलिहापुरी ले धान खरीदी केंद्र थनौद म धान बेचे आए किसान मुनेश साहू ह बताइस कि ओ ल कोनो दिक्कत नइ आईस। वो ह बताइस कि मोला 2 दिसम्बर के टोकन जारी करे गए रहिस जेमां ओ ल धान तौलवाए बर 13 दिसम्बर के तारीक मिले रहिस। तेरा तारीक के करीब 12 बजे धान उपार्जन केंद्र म मैं आएवं। मोला इहां कोनो लाइन नइ लगाना परिस। करीब आधा घंटा के अंदर धान तौलवाए के काम शुरू हो गीस। मुनेश ह बताइस कि ये साल वो ह अपन करीब साढ़े पांच एकड़ खेत मन म धान बोंए रहिस। ये साल करीब 84 क्विंटल धान के उत्पादन होए हे। समिति म एक दिन म एक किसान कतका धान बेचेही। अइसन कोनो रोक टोक नइ करे गए हे। वो ह 40 क्विंटल धान बेचे हे।
उन्हें पुलगांव के लल्लूराम साहू ह बताइस कि सरकार कोति ले किसान मन ल धान के बने कीमत मिलत हे जेकर ओ ल खुशी हे। शासन के निर्देशानुसार समिति म उंखर से प्रति एकड़ के हिसाब ले 14.80 क्विंटल धान के खरीदी करे जात हे। कोलिहापुरी धान उपार्जन केंद्र के अंतर्गत अवइया थनौद समिति के प्रबंधक ह बताइस कि किसान मन ल पूरा सुविधा देहे जात हे। वो ह बताइस कि आज मंझनिया 3 बजे तक के स्थिति म 85 पंजीकृत किसान मन ले 3 हजार 958 क्विंटल धान खरीदे गीस जेमां ले 352 क्विंटल धान मोटा, 80 क्विंटल महामाया, 614 पतला धान अऊ 2911 क्विंटल सरना धान हे। खरीदे गए कुल धान के कीमत करीब 72 हजार हे जेमां ले किसान मन के लेहे कर्ज के 19.75 लाख रुपए काटे के बाद 48.50 लाख रुपिया के भुगतान किसान मन ल करे जा चुके हे। केंद्र म बारदाना भरपूर मात्रा म हवय। अब तक 9 हजार 894 के उपयोग करे के बाद 17 हजार 206 बारदाना बांचे हे।
अइसनहे सेवा सहकारी समिति चंदखुरी म 289 पंजीकृत किसान मन ले 13 हजार 361 क्विंटल धान खरीदी होए हे। जेमां ले 651 क्विंटल मोटा धान,1474 महामाया, 2373 पतला अऊ 8556 सरना धान हे। खरीदे गे कुल धान के कीमत 2.30 करोड़ रुपिया हे। जेमां किसान मन के करजा 1.11 करोड़ रुपिया काटके किसान मन ल 1 करोड़ रुपए ले जादा के भुगतान करे जा चुके हे। बारदाना घलोक भरपूर मात्रा म हे। अब तक 33 हजार 403 बारदाना के उपयोग करे जा चुके हे अऊ 58 हजार 397 बारदाना बांचे हे।