लाकडाउ अउ गर्मी छुट्टी म घलव जारी रहिस मध्याह्न भोजन के व्यवस्था

– लाकडाउन के 40 दिन बर अउ गर्मी छुट्टी के 45 दिन बर सूखा राशन बाटे से लइका मन के पोषण बाधित नई होये
– एक लाख नौ हजार लइका मन के घर घर म सूखा राशन पहुचीस
– पैंतालीस दिन बर गे दूसरा खेप में तेल, नमक, सोयाबिन बड़ी अउ चटनी (अचार) दे गिस
दुर्ग 1 जुलाई2020/ कोविड आपदा के दौर म घलव छत्तीसगढ़ शासन हा लइका के खास ध्यान रखे हे । लाकडाउन के समय म लइका मन के पोषण कोई तरह से बाधित मत हो एखर बार सबो लइका मन के घर घर म मध्याह्न भोजन के सूखा राशन उपलब्ध कराये गे हे । संगे संग म लइका मन बर मध्याह्न भोजन के व्यवस्था बर सूखा राशन उपलब्ध कराये गे हे । जिला म दो चरण म मध्याह्न भोजन के सूखा राशन के पैकेट बाटे के काम होइस । पहली खेप लाकडाउन बर चालीस दिन के रिहिस । एमे 973 स्कूल के लगभग एक लाख नौ हजार लइका मन बर सूखा राशन भेजे गे हे । दूसरा चरण म गर्मी छुट्टी बर पैंतालीस दिन के मध्याह्न भोजन के सूखा राशन पहुंचाये गिस । दूसरा चरण म पैकेट म तेल, नमक, चटनी (अचार) अउ सोयाबिन बड़ी घलव दे गे हे, ये तरह से पूरा खाना के व्यवस्था करे गे हे । मध्याह्न भोजन के व्यवस्था लगातार होये ले लाकडाउन के बावजूद कोई तरह के दिक्कत नइ आईस । एखर बर शिक्षा विभाग के अधिकारी मन हा अउ शिक्षक मन हा पूजोर मेहनत करिस ।
सोयाबिन बड़ी ग्गलव उपलब्ध कराये गिस सोयाबिन बड़ी प्रोटीन के कारण ले दे गिस । सोयाबिन बड़ी म पर्याप्त मात्रा म पोषण रथे जे ये आयु के लइका मन बर बहुत उपयोगी होथे । प्राथमिक स्कूल के लइका मन ला प्रति छात्र, प्रति दिन 10 ग्राम के हिसाब से साढ़े चार सौ ग्राम सोयाबिन बड़ी दे गिस । पूर्व माध्यमिक शाला के लइका मन ला 15 ग्राम प्रति दिन के हिसाब से ये प्रकार 675 ग्राम सोयाबिन बड़ी सूखा राशन पैकेट म दे गिस । खाना स्वादिष्ट हो एखर बर चटनी के पैकेट दे गिस । तेल अउ नमक घलव सूखा राशन के पैकेट में रखे गे रिहिस ।
कहा कतना सूखा राशन बाटे गे हे- जिला मन म लगभग 612 प्रायमरी स्कूल मन म मध्याह्न भोजन संचालित हे । एमे दुर्ग ब्लाक म 245, धमधा ब्लाक म 185 अउ पाटन ब्लाक म 182, स्कूल म मध्याह्न भोजन संचालित हे । इही प्रकार 361 पूर्व माध्यमिक शाला मन म मध्याह्न भोजन संचालित हे । एमे से 807 स्कूल मन म स्वसहायता समूह मन के द्वारा मध्याह्न भोजन के संचालन होथे । ये सबो म सूखा राशन पैकेट के बाटे जा चुके हे अक्षयपात्र संस्था के माध्यम से 166 स्कूल मन म मध्याह्न भोजन के संचालन होथे ।
कंटेनमेंट के वजह से दो स्कूल म राशन बाटे के बचे हे कंटेनमेंट खुलते ही उहा घलव राशन उपलब्ध करा दे जाही- सोलह स्कूल म पहली जुलाई ले राशन उपलब्ध करा दे जाही । एखर बाटे के काम अक्षय पात्र संस्था करही ।

लउछरहा..