दुर्ग, 08 मार्च 2021। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नरवा योजना के माध्यम ले प्रदेश के परंपरागत जल स्रोत मन ल संजीवनी मिलत हे। एकर सुंदर उदाहरण धमधा ब्लाक के लुमती नाला हे। 25 बछस पहिली ये नाला म छोटकुन स्टाप डैम बनाए गए रहिस। गाद जमत गीस अऊ पाछू साल तक ये स्थिति रहिस के पूरा नाला ही गाद ले पटा गए रहिस अऊ नाला ह अपन जिंदा रहे बर दिशा ही बदल देहे रहिस। स्वाभाविक हे कि एखर से भूमिगत जल रिचार्ज नइ हो पात रहिस। ये पईत लुमती नाला के ट्रीटमेंट सुरू होए ले फरक महसूस होय हे। किसान मन बताथें कि फागुन महीना आ गए हे अब तक हमार बोरवेल पूरा सुखा जात रहिस फेर ये पईत अइसे नइ होय हे। ये पईत बोरवेल के धार बने चलत हे। ग्राम सेवती के उत्तम पटेल ह बताइस कि ओ मन गेंहूँ के फसल लेवत हे। अब जलस्तर बाढ़त हे त अगले पईत चना अऊ सब्जी घलोक लगाबों। एसडीएम श्री बृजेश क्षत्रिय ह बताइस कि कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के मार्गदर्शन के मुताबिक गांव वाले मन ले विचार-विमर्श के बाद ए नाला के ट्रीटमेंट के काम करे जात हे। गांव वाले मन घलोक काफी उत्साहित हें। जनपद सीईओ श्री मेश्राम ह बताइस कि नाला मन के किनारे पौधरोपण के काम घलोक करे जात हे ताकि जमीन के कटाव घलोक रूकय अऊ वाटर रिचार्ज म घलोक मदद मिलय।