अब हरेक दिन कलेक्टर जांचहीं आवेदन मन निराकरन के स्थिति

– जेन राजस्व न्‍यायालय म अच्छा काम, ओ मन ल कलेक्टर ह सहराईन, जिहां देरी उंखर कारण के जांच करे खातिर मंगाईन फाईल

– हर पंद्रा दिन म एसडीएम लेहीं तहसीलदार मन के बैठक, समीक्षा अतका कन निपट गए कहे ले नी होव, हर प्रकरण के निराकरण उपर होही चर्चा

दुर्ग, राजस्‍व विभाग म जनसमस्या म के संवेदनशीलता ल देखत कलेक्टर ह हर दिन आवेदन मन के निराकरण के स्थिति के अवलोकन करे के निर्णय लेहे हें। कलेक्टर ह आज राजस्व अधिकारी मन के बैठक म कहिन कि हर दिन कोर्ट के बाद राजस्व अधिकारी ओ दिन हल करे गए आवेदन अऊ आये नवा आवेदन मन के जानकारी देवव। जेन लंबित आवेदन समयसीमा ले अड़बड़ बाहिर हे। येकर उपर गंभीरता ले काम होना चाही। सबले पहिली राजस्व अधिकारी एकर स्टेटस देंहीं कि ये मां देरी काबर होए हे। ये मां सबो स्टेज के जानकारी देना होही। जइसे साक्ष्य बर कतका समय लगिस, जवाब कतका दिन म आइस, पटवारी रिपोट कतका दिन म आईस। एखर से जवाबदेही तय करे म मदद मिलही।
कलेक्टर ह डैशबोर्ड म लंबित प्रकरण मन के कारण मन ल देखिन। कुछ कारण मन म उमन आपत्ति करिन। एक प्रकरण अनावेदकगण के लंबा अनुपस्थिति के सेती रूके रहिस। कलेक्टर ह कहिन कि अनावेदक कहूं उपस्थित नइ होत हे त ओखर लंबा समय तक अगोरा नइ करे जा सकय। प्रकरण मन ल हल करे के समय सीमा हे। ओखर भीतर काम होना चाही। उमन कहिन कि हर प्रकरण पारदर्शिता के संग अऊ जवाबदेही के संग तय समय सीमा म हल करे जाए। कलेक्टर ह अवैध प्लाटिंग उपर घलोक कड़ी कार्रवाई के निर्देश दीन।

हर पंद्रही एसडीएम लेहीं समीक्षा, समीक्षा होही प्रकरणवार- कलेक्टर ह कहिन कि प्रकरण मन ल समयसीमा म अऊ गुणवत्ता के संग निपटाना सर्वोच्च प्राथमिकता हे। एखर बर एसडीएम ह हर पंद्रही म तहसीलदार मन के मीटिंग लेहीं। मीटिंग म चर्चा प्रकरण मनके संख्या उपर नहीं भलुक चर्चा एकेक प्रकरण उपर चर्चा होवय। एखर से प्रकरण मन के जल्दी निपटारा होए के रद्दा खुल सकही।

दू साल ले ऊपर के प्रकरण मन म हर दिन होही सुनवाई- कलेक्टर ह कहिन कि कुछ चुनिंदा प्रकरण दू साल ले ऊपर के हे। ए मन ल एक महीना के समयसीमा म हल करना हे। एखर खातिर पेशी हफ्ता दर हफ्ता न ही भलुक हर दिन होना चाही। लउहे-लउहे प्रकरण मन के निपटारा होवय ताकि मनखे मन ल राहत मिल सकय।

रिकार्ड होही अपडेट– कलेक्टर ह कहिन कि शासन ह रिकार्ड मन के अपडेट बर बड़का काम करे हे। एखर बाद घलोक जेन रिकार्ड मन ल अपडेट नइ करे जा सके हे, ओ मन ल घलोक अपडेट करे जाही। एखर बर डीएमएफ मद के माध्यम ले राशि प्रदान करे जाही। कलेक्टर ह कहिन कि राजस्व विभाग म टेक्नालाजी के उपयोग जादा ले जादा करना हे जेखर से जनहित के सुविधा तेजी से बाढ़ही।

मैनपावर बढ़ाए के दिशा म होही काम- कलेक्टर ह कहिन कि राजस्व विभाग म अभी कर्मचारी मन के कम संख्या हे। एला ठीक करे के दिशा म शासन कोति ले काम करे जात हे। लउहे जमो न्‍यायालय म भरपूर संख्या म डाटा एंट्री आपरेटर अऊ लिपिक हो जाहीं।

राजस्‍व म अब माइक्रो रिव्यु होही सुरू- अब तक न्यूमेरिकल मने संख्या आधारित समीक्षा होत रहिस अब आवेदन उपर आधारित समीक्षा होवत हे। हर लंबित आवेदन के गुणवत्तायुक्त निराकरण उपर जोर देहे बर कलेक्‍टर साहेब कहे हें। संगेच उमन जानना चाहत हें के प्रकरण म विलंब होए हे त काबर होए हे। कहे जात हे के एखर से कसावट अऊ कार्यकुशलता नवा स्तर म पहुंचही।

लउछरहा..