परंपरागत कृषि विकास योजना ले जैविक खेती के डाहर बढ़त हे किसान

राजनांदगांव, 13 दिसम्बर 2020। मिनी राईस मिल के माध्यम ले धान ले चावल तैयार करके अम्बागढ़ चौकी विकासखंड के ग्राम तिरपेमेटा, दुआलगुडरा, लाताकोड़ो, जरहाटोला, पेंडलकुही, मक्के, कुसुमकसा, साल्हेकुसुमकसा म कृषक समूह जैविक धान ल पौष्टिक चावल म बदल के विक्रय करके समूह ल आर्थिक रूप ले सशक्त बनावत हे अऊ कृषि उद्यमिता ल बढ़ावा देवत हे। शासन के परंपरागत कृषि योजना ले किसान मन के जीवन म बदलाव आय हे। अवइया बछर म कृषक मन के वृहद समूह निर्माण करके कृषक उत्पादक संगठन के निर्माण करे के कार्य घलो करे जाही। सरलग बढ़त कृषि लागत अऊ रसायन मन ले बंजर होवत कृषि भूमि ले चिंतित किसान मन ल मृदा स्वास्थ्य के संग ही कम लागत म खेती करे अऊ वर्तमान जैविक उत्पाद के बाजार म मांग के सेती परम्परागत कृषि विकास योजना ह किसान मन ल जैविक खेती के डाहर अग्रसर होय बर एक नवा दिशा दीन हे। योजना के माध्यम ले कृषक मन ल प्रारंभिक तौर म जैविक खेती प्रारंभ करे बर समस्त आवश्यक जैविक आदान जइसे- जैविक बीज, रसायन मन के विकल्प के रूप म जैविक उत्पाद अऊ कम्पोस्ट खाद निर्माण हेतु पक्का कम्पोस्ट टांका म अनुदान व वर्मी बेड प्रदाय करे गए हे।

कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा के मार्गदर्शन म किसान मन ल जैविक खेती बर प्रोत्साहित करे के दिशा म कृषि विभाग द्वारा करे जावत हे। उप संचालक कृषि जीएस धु्रर्वे ह बतइन कि अम्बागढ़ चौकी विकासखंड म 1000 हेक्टेयर रकबा म चिन्हांकित ग्राम मन म कृषि उद्यमिता प्रोत्साहन बर मिनी राईस मिल के माध्यम ले किसान मन द्वारा जैविक चावल के निर्माण करे जावत हे। कृषि विभाग द्वारा जिला राजनांदगांव के विकासखंड चौकी ल 5 बछर म पूर्ण जैविक विकासखंड बनाए बर 1000 हेक्टेयर क्षेत्र म जैविक खेती ले फसल उत्पादन अऊ तैयार उत्पाद ल प्रमाणीकरण करके स्थानीय स्तर म विक्रय बर कृषक समूह के गठन करे गए हे। ए समूह मन ल तैयार धान के उत्पाद ल चावल अऊ आटा म परिवर्तित करके उपभोक्ता मन तक उपलब्ध कराए के प्रयास करे जावत हे।

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