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गौठान मन म मेहनत के मिलत हे प्रतिफल, ढौर म महिला मन ह पहिली खेप बेंचिन

– दस हजार रुपए के पहिली चेक मिलीस, कंपोस्ट खाद ले आय के खुलत हे रद्दा
– करीबन दस टन कंपोस्ट खाद के करिन निर्माण, ये प्रकार ले एक लाख रुपिया आय के रद्दा खुखिस
– मनरेगा अंतर्गत बनइया सामुदायिक बाड़ी मन म घलोक होही उपयोग, बड़े किसान घलोक करत हें संपर्क

दुर्ग, 13 मई 2020। पूरा देश म आत्मनिर्भरता के नारा बुलंद हो चले हे। छत्तीसगढ़ म नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी के माध्यम ले सुराजी गांव ये दिशा म आगू घलोक बढ़त चले हे। गौठान मन ले पशुधन संवर्धन के दिशा म काम तो होतेच हे अऊ अब तो डेयरी इंडस्ट्री बर बड़का संभावना पैदा हो गए ही हे। गौठान आजीविकामूलक ईकाई के रूप म घलोक विकसित होवत हे। सबले बड़े सफलता जैविक खाद के उत्पादन म मिले हे। गौठान मन म कई महीना ले बनाए जात कंपोस्ट खाद अब तियार हो चले हे अऊ स्वसहायता समूह के महिला मन इकंर विक्रय करके अपन पांव म खड़े होवत हें। गौठान मन म महिला स्वसहायता समूह कोति ले करे जात कड़क मेहनत के प्रतिफल ओ मन ल अब मिले लगे हे। ग्राम ढौर म 10 टन कंपोस्ट खाद के उत्पादन महिला स्वसहायता समूह ह करे हें। एमां ले 1 टन के पहली खरीदी के श्रीगणेश घलोक हो गीस। उद्यानिकी विभाग ह एक टन कंपोस्ट खाद महिला स्वसहायता समूह मन ले बिसाए हे। एकर दस हजार रुपिया के भुगतान प्रगति स्वसहायता समूह ल करे गए हे। बड़े किसान मन ह घलोक समूह ले खाद खरीदे बर संपर्क करे हें। एखर अलावा मनरेगा के अंतर्गत होवइया सामुदायिक बाड़ी म घलोक गौठान के कंपोस्ट खाद के बड़का पैमाना म खपत होही। अइसनहे एक लाख रुपए के मूल्य के बराबर कंपोस्ट खाद के निर्माण समूह मन ह करे हें। समूह के सदस्य मन के बताती उमन ह बहुत मेहनत करे हें। आज जब कंपोस्ट खाद तियार हे अऊ पहिली चेक हमला मिलीस त हमला अड़बड़ खुशी होवत हे। हमर मेहनत के ये असली परसाद हे।

गौठान मन ल आजीविकामूलक गतिविधि मन बर करे जात हे तैयार- जिला पंचायत सीईओ श्री कुंदन कुमार ह बताइस के मुख्यमंत्री महोदय के सोंच के मुताबिक गौठान मन ल आजीविकामूलक गतिविधि मन बर तियार करे जात हे। एखर बर कलेक्टर श्री अंकित आनंद के मार्गदर्शन म काम करे जात हे। गौठान समिति मन के गठन ले नवाचार ल बढ़ावा मिले हे अऊ गौठान आत्मनिर्भर ग्रामीण ईकाइ मन के रूप म विकसित होही।

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