नृत्य महोत्सव म जन-जाति मन के प्रकृति प्रेम ल करमा नृत्य ह करिस जीवंत

रायपुर, राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव म आज छत्तीसगढ़ राज्य के भाग लेवईया मन कोति ले करमा नृत्य के प्रस्तुति घलो देहे गीस। बताथें के करमा नृत्य भादों महिना म एकादशी के दिन राजा करम सेन के सुरता म कर्मा नाच के माध्यम ले कलमी (करम डाल के पेड़) के पूजा करके आंगन म ओ डाली ल स्थापित करे जाथे। वोमें प्राकृतिक देवता ल स्थापित करत पूजा अर्चना करे जाथे। रात भर करमा नाच करत अप्रत्यक्ष रूप म देवी-देवता के नृत्य के माध्यम ले स्तुति करे जाथे। ये नृत्य के माध्यम ले पर्यावरण ल बचाये रखे के संदेश देहे जाथे, ताकि हमर पर्यावरण यथावत बने रहय। नृत्य के माध्यम ले नृत्य दल भावभंगिमा, वेशभूषा, नृत्य के कला ल प्रदर्शित करत बहुत मनोरम, रमणीय प्रस्तुति देथें। इही श्रेणी म तेलांगाना कोति ले गुसाड़ी डिम्सा, झारखंड कोति ले उरांव, राजस्थान गैर घुमरा, जम्मू कश्मीर कोति ले धमाली अउ छत्तीसगढ़ कोति ले गौर सिंग नृत्य के प्रस्तुति करे गीस।

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