वन भूमि ल पतला धान के रोपा ले बनाईन फुलवारी, दूसर मन ल घलोक देवत हें रोजगार

मुस्कियात मुह म सोना के फुल्‍ली पहिइया केरवाद्वारी के फुलवारी कंवर बनीस मनखे मन के प्रेरणा

कोरबा, 26 जुलाई 2020। गुलाबी लुगरा म मुस्कियात फुलवारी बाई कंवर के नाक म दूनो कोति सोना के बड़का-बड़का फुल्‍ली अऊ वोमा लगे हरियर अऊ लाल रंग के नग…। फुलवारी करतला विकासखण्ड के वनांचल स्थित केरवाद्वारी गांव पहुंचइया मन ल अनायास ही अपन कोति आकर्षित करथे। पीपलरानी पहाड़ के तलहटी के नीचे वन जमीन म पुरखा के जमाना ले खेती करत रहे के सेती फुलवारी बाई ल वन अधिकार मान्यता पत्र (पट्टा) मिले ले जमीन के मालिकाना हक मिल गए हे। एक पट्टा ह फुलवारी अऊ ओखर परिवार के जिंदगी म अइसन बदलाव ला देहे हे के वो आन मनखे मन बर प्रेरणा बन गए हे। पट्टा के जमीन म अपन मेहनत ले पातर धान के खेती करके ही फुलवारी ह अपन चिंता मुक्‍त मुस्कान के संग सोना के दू आकर्षक फुल्‍ली मन ले सजाए हे। वन अधिकार मान्यता पत्र ले मिले करीबन एक एकड़ जमीन ल मिला के फुलवारी बाई तीर करीबन पौने तीन एकड़ के खेत हे। ये खेत म चालू खरीफ म फुलवारी ह पतला धान एचएमटी रोपा पद्धति ले लगाए हे। पहिली दूसर मन के खेत म काम करे ल जवइया फुलवारी ह अपन खेत मे रोपा लगाय बर गांव के ही दस मनखे ल दैनिक मजदूरी म काम म लगाए रहिस हे।

फुलवारी बाई के बताती वोखर पुरखा ह सौ साल ले केरवाद्वारी के ये वनांचल म जंगल साफ करके खेती किसानी करत आत रहिन। ससुर श्री दयाराम ले लेके पति श्री मानसिंह कंवर तक बरसों ले अपन पसीना ले ओ मन जऊन माटी ल सींचत आए हे, ओ माटी के छिन जाय के डर हमेशा फुलवारी अउ ओखर परिवार के दिल म बने रहय। छत्तीसगढ़ सरकार ह वनभूमि के पट्टा देके उंखर अऊ उंखर जइसे कई परिवार के जिंदगी बदल देहे हे। पाछू दू साल ले फुलवारी अपन ये खेत म पतला धान लगावत हे। ये पइत घलो वो ह खेत म एचएमटी धान के रोपा लगवाए हे। वन अधिकार पट्टा मिल जाय ले फुलवारी अउ ओखर परिवार ल दुसर सरकारी योजना मन के घलोक लाभ मिले लगे हे। प्राथमिक सहकारी समिति म कृषि ऋण के लिमिट बाढ़ गए हे। जमीन के मालिकाना हक मिल जाय ले उगाई गए धान के समर्थन मूल्य म बिक्री घलोक आसान हो गए हे। फुलवारी बाई के तीन बेटा हे। कुछ समय पहिली पति मानसिंह ल पैरालिसिस अटैक आए रहिस जेखर ईलाज चलत हे। स्कूली शिक्षा पूरा करके तीनो बेटा खेती किसानी के काम म अपन मां के हाथ बंटावत हें।

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