रायपुर, 28 फरवरी 2020। प्रदेश के शहर मन म संचालित ई-साक्षरता केन्द्र मन के माध्यम ले देहे जात डिजिटल साक्षरता प्रशिक्षण ले ब्रूनेट यूनिवर्सिटी लंदन ले अनुसंधान करे आए शोधार्थी पेगी फ्रायार बिकट प्रभावित होए हे। वो ह छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला के गांव मन मन म प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र म अपन काम के अनुभव के बारे म बतात एला एक नवाचारी कार्यक्रम बताइस।
गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ कार्यक्रम के एक संघरा आयोजन म जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री उमेश कुमार उपाध्याय ह गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला म सामिल भाग लेवईया मन ले कहिन कि जऊन काम ल करे ले खुद ल खुशी मिलथे ओही जीवन के सफलता के कुंजी ये। उमन बताइस कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) कोति ले प्रदेश के सबो मनखे मन ल कानूनी सहायता प्रदान करे जाथे। उमन कहिन कि एखर बर टोल फ्री नंबर 15100 ले जानकारी प्राप्त करे जा सकत हे। ये टोल फ्री नंबर म कहूं ले फोन करके कानूनी सहायता प्राप्त करे जा सकत हे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल कोति ले छत्तीसगढ़ म ये सेवा के शुरुआत करे जात हे। श्री उपाध्याय ह कहिन कि आज के समय म मोबाइल एक अइसन माध्यम हे जऊन हमार जीवन ल सुलभ सहज तो बनाथेच, फेर इही मोबाइल के समुचित उपयोग नइ होए म या सदुपयोग करे के प्रति जागरूक नइ होए के सेती सामाजिक, पारिवारिक अऊ व्यक्तिगत बहुत नुकसान देखे ल मिलथे। उमन कहिन कि सफल जीवन बर अपन कृतित्व म निखार लावव ताकि आप मन के व्यक्तित्व निखर के आवय।
गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ कार्यक्रम के नोडल अधिकारी श्री प्रशांत कुमार पाण्डेय ह व्यक्तित्व विकास के पहलु मन ले परिचय करात जीवन के पूरा विकास के जानकारी दीन। पूर्ण शिक्षा के सहायक संचालक डॉ. एम सुधीश ह जीवन कौशल के अंतर्गत जीवन जीए के सकारात्मक पहलु मन ल समझाइन। रूम टू रीड के श्री प्रभात जायसवाल ह गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ कार्यक्रम के सराहना करत एला दूरगामी नवाचारी कार्यक्रम बतात कहिन कि पालक कहूं डिजिटल साक्षर हो जाही त लइका मन ल घलोक पढ़ाई म मदद मिलही। यूनिसेफ के आईटी एक्सपर्ट श्री मिथुन विश्वास कोति ले मोबाइल के सबो पहलु मन के परिचय करात ओखर ऑपरेटिंग सिसटम के बारे म जानकारी देहे गीस। सहायक संचालक श्री दिनेश टांक ह श्रेष्ठ पालकत्व के महत्व ल बताइस। भाग लेवईया मन ल स्कूल शिक्षा विभाग म क्रियान्वित होवत ऑनलाइन दीक्षा एप्प के बारे म राकेश कुमार कोति ले बताइए गीस। कार्यक्रम म डॉ. कामिनी बावनकर, श्री लोकेश कुमार वर्मा, चंद्रिका वर्मा, श्री अलंकार उपाध्याय उपस्थित रहिन।