गरियाबंद, 02 फरवरी 2021। गरियाबंद विकासखंड अंतर्गत ग्राम धवलपुरडीह के गायत्री स्व सहायता समूह ले जुड़े श्रीमती ललिता राजपुत सबल होके दूसर मन बर प्रेरणा बन गए हे। ललिता मुश्किल के दौर ले गुजरे के बाद जिन्दगी म आए बदलाव के कहानी बिहान ले जुड़के लिखे हे। आज अकेला रह के घलोक खुद ल न केवल आर्थिक रूप ले बल्कि समाजिक रूप ले सुरक्षित महसूस करत हे। वो ह बताइस कि जनपद पंचायत गरियाबंद अंतर्गत बिहान समूह ले जुड़े के पहिली वोकर परिवार के आर्थिक स्थिति बहुत खराब रहिस। घर के थोड़कन खेती अऊ दुसर मन के इहां मजदूरी करके मुश्किल ले परिवार के गुजर बसर चलत रहिस। आर्थिक तंगी के सेती वो ह मानसिक रूप ले हमेशा परेशान रहत रहिस अऊ उधारी के दलदल म फंसत जात रहिस। समूह म जुड़े के बाद धीरे-धीरे वोकर आत्मविश्वास जागृत होइस। पति के मृत्यु होए के बाद घलोक हार न मानके अपन आर्थिक तंगहाली ल दूर करे बर अऊ परिवार के भरण-पोषण अऊ आर्थिक स्तिथि ल मजबूत करे बर वो ह उठ खड़े होइस।
जनपद पंचायत गरियाबंद के सीईओ शीतल बंसल के बताती बिहान योजनांतर्गत समूह ले जुड़े के बाद ललिता ह साल 2019 म एक लाख रूपिया के बैंक लोन लेके अगरबत्ती बनाए के मशीन लेहे के फैसला करिस अऊ अपन आजीविका गतिविधि के शुरुवात करिस। थोकन समें म बैंक ले लोन पटाके करजा तको छुटा डारिस। एखर बाद ललिता ह पीछू मुड़के नइ देखिस अऊ अगरबत्ती निर्माण के काम ल आगू बढ़ाइस। एकर से वोखर आय बाढ़त गीस। आज ओ ह 50 हजार रूपिया ले जादा के अगरबत्ती बेचके लाभ कमावत हे। ललिता के बनाये अगरबत्ती के खासियत ये हे कि येकर खपत लोकल मार्केट म ही हो जाथे। एखर अलावा वो ह गरियाबंद अऊ मैनपुर म घलोक थोक म अगरबत्ती बेचके लाभ अर्जित करत हे। ललिता आज एक सशक्त महिला के रूप म जाने जाथे जऊन समूह ले जुड़के अऊ सशक्त होके अपन परिवार ल आगू बढ़ावत हे अऊ समूह के आन सदस्य मन के घलोक समय समय म आर्थिक रूप ले मदद करे म सक्षम हो गए हे।