गऊ संरक्षण अउ संवर्धन किसान मन के जिनगी म बदलाव लाने के उदीम के हिस्सा : दाउ भूपेश बघेल

रइपुर, 03 अगस्त 2021 मंगल। मुख्यमंत्री दाउ भूपेश बघेल ह कहीन कि गउ सेवा हमार बर कोनो नारा नोहय, हमार कर्तव्य हरे। छत्तीसगढ़ म गउ संरक्षण अउ संवर्धन के काम किसान मन के जिनगी म बदलाव लाने के उदीम के एक ठो हिस्सा हरे। राज्य सरकार ह सुराजी गांव योजना के तहत नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी, गौठान मन के निर्माण अउ गोधन न्याय योजना के माध्यम ले ये दिशा म प्रभावी पहल करे हावय।
मुख्यमंत्री दाउ बघेल आज अपन घरू कार्यालय ले वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य गौसेवा आयोग के नवनियुक्त पदाधिकारी मन के पदभार ग्रहण कार्यक्रम ल संबोधित करत रिहिन। मुख्यमंत्री ह उनमन ल नवा जिम्मेदारी मिले म बधई अउ शुभकामना दीन।
कार्यक्रम के बेरा मुख्यमंत्री घर म कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे अउ छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन अउ कार्यक्रम जगा म खाद मंत्री श्री अमरजीत भगत, विधायक श्री मोहित राम केरकेट्टा अउ श्रीमती उत्तरी जांगड़े, छत्तीसगढ़ राज्य गौसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत श्रीराम सुंदर दास संग अबड़ झिन जनप्रतिनिधि उपस्थित रिहिन।
मुख्यमंत्री दाउ बघेल कार्यक्रम ल संबोधित करत कहीन कि बीते अढ़ई बछर म छत्तीसगढ़ म गोधन संरक्षण अउ संवर्धन के दिशा म अबड़ बूता होय हवयं, जोन पूरा देश बर आज उदाहरण बनगे हवय। मशीनीकरण के जबाना म कृषि अउ पशुपालन के बीच दूरी बाढ़त जावत हवय। राज्य सरकार ह सुराजी गांव योजना, गोधन न्याय योजना अउ रोका-छेका अभियान जइसन कदम उठाके ये दूरी ल कम करे के उदीम करे हावय। छत्तीसगढ़ देश के पहला राज्य हरे जिहां दू रूपिया किलो म गोबर के खरीदी होवत हावय। ये योजना म किसान, पशुपालक अउ वर्मी कम्पोस्ट के उत्पादन म लगे स्व-सहायता समूह के माइलोगन मन बर आय के नवा साधन खोल देहे । येकर ले डेयरी व्यवसाय ल नवा जीवन मिले हे। गौठान मन म पशु मन चारा—पानी के बेवस्था करे गे हे। रोका-छेका के जुन्ना परम्परा ल लेके गांव मन म जागृति आए हवय।
उन मन कहीन कि प्रदेश म 10 हजार गौठान के स्वीकृति दे गे हे जेमा ले लगभग 5 हजार गौठान मन म चारागाह बर भूमि आरक्षित करे जा चुके हे। 3800 गौठान मन म चारा उत्पादन के काम होवत हावय। नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी अउ गोधन योजना छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अर्थव्यवस्था ल पोठ बनाए अउ भूमि के उर्वरा शक्ति बढ़ाए म बड़का साबित होही।

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