गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिला म विश्वविद्यालय के कौशल विकास केन्द्र क्षेत्रीय वन उत्पाद के होही ब्रांडिंग, स्वरोजगार ल मिलही अवसर

गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिला म विश्वविद्यालय के कौशल विकास केन्द्र
क्षेत्रीय वन उत्पाद के होही ब्रांडिंग, स्वरोजगार ल मिलही अवसर
रइपुर, 05 जुलाई 2022
मुख्यमंत्री दाऊ भूपेश बघेल के आगू म गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिला के सर्किट हाउस म इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक के आजीविका व्यापार प्रशिक्षण केन्द्र अउ छत्तीसगढ़ शासन के बीच एमओयू होइस। येकर ले गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही म इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक सामुदायिक केन्द्र या कौशल विकास केन्द्र के स्थापना करे जाही।
मुख्यमंत्री कहीन कि ये हमार प्रदेश बर एक बहुत अच्छा अवसर हे। अउ भरोसा जताइन कि ये एमओयू ह न सिर्फ विश्वविद्यालय के हित म कार्य करही, भलकुन इहां के स्थानीय युवा अउ जनजातीय क्षेत्र के उन्नयन खातिर बूता करही। येकर बर शासन हर संभव मदद करही।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक के कुलपति प्रोफेसर श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी ह कहीन कि ये एमओयू मील के पथरा साबित होही। ये क्षेत्र दुर्लभ औषधीय प्रजाति ले भरे हे। संगे-संग इहां के रहवइया पेड़-पौधा अउ दुर्लभ जीव जंतु अउ औषधि मन के जानकार हवय। उन्कर विश्वविद्यालय संग मिलके बूता करे म ये क्षेत्र के विकास अउ जम्मो मानव जाति के कल्याण होही।
येकर उद्देश्य जिला म राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्व सहायता समूह के माइलोगन, ग्रामीण अउ युवा मन ल कौशल विकास अउ रोजगारोन्मुखी, व्यवसायपरक शिक्षा प्रदान करके उनला आर्थिक रुप ले आत्मनिर्भर बनाए खातिर अबड़ अकन विधा म पारंगत करके जनजातीय उन्नयन के दिशा म बूता करना हे। लाइवलीहुड बिजनेस इन्क्यूबेशन (एलबीआई) के समेकित प्रशिक्षण केन्द्र कोति ले क्षेत्रीय जनजाति अउ किसान मन ल अबड़ अकन ट्रेड्स म प्रशिक्षित करे जाही।
केन्द्र कोति ले क्षेत्रीय उत्पाद कोदा,े कुटकी, शहद आदि ले आनी बानी के उत्पाद तियार करके उन्कर ब्रंाडिंग तको करे जाही अउ किसापन मन ल उचित मूल्य देहे जाही, जेकर ले क्षेत्र के किसान मन के आय म बढ़ौतरी होही अउ छत्तीसगढ़ के उत्पाद मन ल राष्ट्रीय अउ अंतर्राष्ट्रीय स्तर म पहचान मिलही।

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