मछलीपालन, जैविक खाद उत्पादन, मुर्गीपालन, बाँस प्रसंस्करण जइसे गतिविधि मन ले इहां के आदिवासी बढ़ाहीं अपन आमदनी
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह करिस गीदम स्थित गोठान के अवलोकन
सुकमा, गीदम के गोठान म अब जल्दीच तालाब बनाए जाही, जिहां मनखे मछली पालन करके अपन आमदनी बढ़ाहीं। एखरे संगेच गांव वाले मन इहां मुर्गीपालन घलोक करहीं। ये बात मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह बिरसपत ल सुकमा जिला के रामपुरम के आश्रित गांव गीदम म स्थित गोठान के अवलोकन करत कहिन। ये बात गोठान संचालन समिति अऊ इहां के गांव वाले मन के संग चर्चा के समय उमन कहिन। मुख्यमंत्री ह कहिन कि गांव वाले मन के आमदनी बढ़ाए बर गोठान मन के स्थापना करे गए हे। इहां केंचुआ खाद के उत्पादन करके अच्छा आय प्राप्त करे जा सकत हे। उमन गांव वाले मन ल मुर्गीपालन बर प्रोत्साहित करत इहां मुर्गीशेड निर्माण के निर्देश दीन। उमन इहां पौधा तियार करे बर नर्सरी बनाए के बात कहिन। उमन कहिन कि पौधा तियार करे बर प्लास्टिक के थैलि मन के उपयोग नइ करे जाय, बल्कि एखर बर पर्यावरण के अनुकूल बाँस के थैलि तियार करे जाय। पौधा मन के सुरक्षा बर घलोक इहें बाँस के ट्री-गार्ड तियार करे जाही। उमन कहिन कि एखर से स्थानीय मनखे मन ल रोजगार मिलही। एखरे संगेच इहां दोना पत्तल निर्माण इकाई अऊ स्थानीय स्तर म बहुतायात म मिलइया वन उत्पाद जइसे महुआ, टोरा, आंवला आदि के प्रसंस्करण के व्यवस्था घलोक करे जाही। मुख्यमंत्री ह कहिन कि गोठान म पशु मन के उपचार के संगेच नस्ल सुधार के काम घलोक करे जाही, जेखर से जादा दूध देवइया अच्छा नस्ल के गाय तियार होही। गाय के गोबर ले अच्छा गुणवत्ता के साग भाजी घलोक होही। दूध अऊ साग भाजी के उपलब्धता ले इहां के लइका मन अऊ माता मन के पोषण स्तर घलोक बनेच होही अऊ समिति के सदस्य मन के आय घलोक बाढ़ही। उमन कहिन कि स्थानीय स्तर म मनखे मन ल रोजगार मिले ले ओ मन ल काम के तलाश म बाहिर नइ जाना परही अऊ घर-परिवार के बीच रहिके बनेच आमदनी मिल सकही।