गोबर के गमला ले बाढ़ही अब घर के सुन्दरता : शास्त्री बाजार स्थित खादी भंडार म बिक्री बर गोबर के गमला उपलब्‍ध

गोबर के गमला प्रदूषण ले मुक्‍त अऊ पोषण वाला हे

रायपुर, अब गोबर के गमला म लगे फूल घर के सुन्दरता ल चार-चांद लगाय के काम करही। शास्त्री बाजार स्थित खादी भंडार म बिक्री बर गोबर के गमला उपलब्‍ध हे। हम आप ल बता देवन के गोबर के गमला के उपयोग करे ले नर्सरी म पौधा लगाय के प्लास्टिक के उपयोग करे के जरूरत नइ परय जेखर से वातावरण प्रदूषित नइ होही। गोबर के गमला म मिट्टी भरके पौधा लगाइए जा सकथे अऊ जब पौधा ल जमीन म लगाना होही त गमला के संगेच मिट्टी म एकर रोपण करे जा सकथे। गोबर के गमला ले पौधा ल जम्‍मो जरूरी पोषक तत्व अपने आप मिल जाथे। गोबर के गमला मन के निर्माण ले पशुपालक मन के संगे-संग महिला स्व-सहायता समूह मन ल घलोक रोजगार के साधन उपलब्‍ध होवत हे। गोबर के गमला कीमत म घलोक काफी सस्ता होथे। संगेच गमला म लगाये गए पौधा मन ल गमला ले ही पोषण मिलथे।

गोबर के गमला पर्यावरण के अनुकूल हे। गोबर के गमला मन ल बनाए म कोनो प्रदूषण नइ होवय। गोबर म प्रचुर मात्रा म पोषक तत्व उपलब्‍ध होथे, जेखर से पौधा मन ल पोषक तत्व मन के पूर्ति गोबर के गमला ले ही बहुत मात्रा म हो जाथे। गोबर के गमला सूखा गोबर अउ आन प्राकृतिक पदार्थ मन ले बनाए जाथे। गोबर के गमला शुद्ध अउ पवित्र होथे। गोबर के गमला 9 महिना तक अपन स्वरूप म सुरक्षित रहिथे। गोबर के गमला वजन म हल्का, फफून्दरोधी अउ दीमकरोधी (एन्टी टर्माइट) हे। पौधा मन के रोपाई करे बर ये सबले अच्छा माध्यम हे। गोबर के गमला मन ल सीधा जमीन म लगाए जा सकत हे। गोबर के गमला मन ल ढलाई के बाद 5 दिन तक सुखाए जाथे। एला आन मिट्टी के गमला मन के जइसे पकाए नइ जावय।

हम आप ल बता देवन के रायपुर के आरंग विकासखण्ड के ग्राम बनचरौदा म महिला स्व-सहायता समूह मन ह ए गोबर के गमला मन के उत्पादन करत हें, जेखर से गौपालक मन के संग महिला स्व-सहायता समूह के महिला मन ल आर्थिक लाभ प्राप्त होवत हे।

लउछरहा..