धमतरी, पति के मौत के बाद आर्थिक संकट ले जूझत श्रीमती अनमोतिन बाई ल अब न तो जंगल ले लकड़ी लाय के जरूरत परत हे, न गैस सिलेण्डर म गैस भराए के। कुछ समय पहिली गांव के अनमोतिन बाई ल जब मुफ्त म गैस सिलेण्डर मिले रहिस तब वो बहुत खुश रहिस। फेर जब गैस खतम हो गीस तब घर के उलटा परिस्थिति के बीच सिलेण्डर म गैस भराए बर पइसा सकेलना ओखर बर एक बड़का मुसीबत बन गीस। घर म चूल्हा जलाना ही रहिस अऊ खाना पकाना ही रहिस अइसन म अनमोतिन बाई तीर रूपिया खर्च करे के अलावा कोनो दूसर विकल्प नइ रहिस। कुछ महिना पहिली जब गांव म मनखे मन ह जनसहयोग ले गोकुलधाम गौठान के निर्माण करिस अऊ गोठान म क्रेडा विभाग के सहयोग ले बायो गैस के प्लांट लगिस त अनमोतिन बाई बर मानों एक बड़का मुसीबत छू-मंतर हो गीस। गांववाले मन ह गोठान ले निकले गोबर ले तियार बायो गैस के कनेक्शन ओखर घर लगवा दीस। ये गोबर गैस प्लांट ले अनमोतिन बाई यादव के घर गैस नियमित रूप ले चूल्हा तक पहुंचत हे। एखर से वो अऊ ओखर बेटी मन जब चाहंय खाना पका लेथें। गोठान ले मिले निःशुल्क गोबर गैस ले वो अपन आप ल भाग्यवान मानत हे अऊ प्रदेश म गोठान बनाए के अभियान चालू करइया मुख्यमंत्री ल धन्यवाद देना नइ भूलावय।