बीजापुर, 31 जुलाई 2020। छत्तीसगढ़ शासन के महत्वाकांक्षी योजना वन अधिकार मान्यता पत्र ले जिहां किसान मन ल जमीन मालिक होए के खुशी मिलत हे। उहें किसान खुद के जमीन म बिगर डेराए खेती के काम करत हें। बीजापुर जिला के भैरमगढ़ विकासखण्ड ग्राम बरदेला किसान श्री सुरेश नेताम के बताती वो ह एक एकड़ जमीन म 20 साल ले जादा काबिज रहि के खेती बाड़ी करत रहिस। उही जमीन के वोला वन अधिकार पत्र मिलिस। वो जमीन म महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी के तहत् (मनरेगा) डबरी निर्माण कराए गए हे। वोखर पिताजी श्री श्यामलाल नेताम ल घलोक 2 एकड़ कृषि जमीन के वन अधिकार पट्टा मिले हे। उंकर घर म 3 एकड़ पैतृक किसानी के जमीन पहिलिच ले हे। अब अपन जम्मो खेत मन म वो ह डबरी के माध्यम ले सिंचाई के काम तको करत हे, जेखर से फसल उत्पादन पहिली ले बेहतर होवत हे। उमन अपन डबरी म पउर बछर मछलीपालन घलोक करे रहिन। ये साल उमन करीबन 15 हजार रूपिया के मछली बेच डरे हें। संगेच पउर साल 1 लाख 65 हजार रूपिया के धान तको बेंचे रहिन अऊ 32 हजार रूपिया कृषि ऋण ल घलोक अदा कर दीन।
वोकर बताती म वोकर पिताजी श्री श्यामलाल नेताम के नाम ले एक एकड़ वन अधिकार पट्टा वाले जमीन म उमन मौसमी सब्जी लगाथें, जेमां भिंडी, कद्दू, बरबट्टी, टमाटर अउर आन साग-सब्जी लगाथें। सब्जी म ही सालाना 20 ले 25 हजार रूपिया के आमदनी हो जाथे। संगेच ओ जमीन म आमा के दस पेड़ हे जेमां हर साल 6-7 क्विंटल आमा के पैदावार हो जाथे। उमन हर साल 8 ले 10 हजार रूपिया के आम बेचथे। सुरेश ह बताइस के शासन के महत्वाकांक्षी योजना वन अधिकार पत्र अउ डबरी निर्माण मोर अउ मोर परिवार बर वरदान साबित होए हे। वोकर परिवार म पिताजी, बहिनी, पत्नी अउ एक बच्ची संग पांच सदस्य रहिथें।