गुरू बाबा के मनखे मनखे एक समान ह संविधान के घलोक सार ये : श्री भूपेश बघेल

गुरु घासीदास जयंती समारोह म पहुंचिन मुख्यमंत्री

रायपुर, आज ले ढाई सौ बछर पहिली बाबा गुरु घासीदास ह मनखे मनखे एक समान के मंतर देहे रहिन। ये समता मूलक समाज के मंतर रहिस। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ह जऊन संविधान बनाइन, ओखर घलोक इही सार हे। ये लोकतंत्र हे इहां सब बराबर हे। सबके मत के मान एक समान हे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह ये बात दुर्ग जिला के पाटन म तहसील स्तरीय सतनाम समाज कोति ले आयोजित गुरु घासीदास जयंती समारोह के अवसर म कहिन। मुख्यमंत्री ह कहिन कि बाबा गुरु घासीदास ह सत्य के पालन के संदेश देहे रहिन। ओ मन कहत रहिन मनखे मनखे एक समान, ये बहुत गहिर बात ये। हम समझन कि हम सब एक दूसर ले अलग नइ हन। हम सब म मनुष्यता के अंश आन। उमन जातिविहीन समाज के नींव रखिन।

आगू श्री भूपेश बघेल ह कहिन कि हम सबो किसान मन ले धान खरीदी के वादा निभाबोन। अभी समर्थन मूल्य म धान खरीदी करे जात हे। केंद्र सरकार ह बोनस देहे के स्थिति म धान खरीदे ले इंकार करे हे तभे समर्थन मूल्य म धान खरीदे के निर्णय ले गीस। हम किसान मन ल 2500 रूपिया के कीमत देहे बर प्रतिबद्ध हवन। बांचे पइसा किसान मन के खाता म कऊन प्रकार ले भेजे जाय एखर ब र योजना बनाए के जिम्मेदारी मंत्रि मन के समिति ल सौंपे गए हे। बजट म योजना बनाके बांचे राशि किसान मन के खाता म दिए जाही।

डीपीआर सीजी DPR CG कोति ले भेजे गए विज्ञप्ति के मुताबिक ये मौके म नगरीय प्रशासन मंत्री श्री शिव डहरिया ह कहिन कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के सियानी म छत्तीसगढ़ सरकार ह साल भर म अइसन योजना बनाए हे जेकर माध्यम ले समाज के सबो वर्ग के समुचित विकास के रद्दा खुले हे। बाबा गुरु घासीराम जी ह मनखे मनखे एक समान के संदेश देहे रहिन। ये संदेश के जइसे सबला समुचित न्याय मिले हे। चाहे कर्जमाफी हो, 2500 रूपिया म धान खरीदी हो या 400 यूनिट तक बिजली बिल के आधा करे के बात हो, सब्बो निर्णय समाज के आम आदमी ल केंद्रित करके लेहे गए हे। एखर से छत्तीसगढ़ म खुशहाली अऊ समृद्धि के रद्दा तेजी ले खुलत हे। ये बेरा म स्थानीय जनप्रतिनिधि अऊ ग्रामीण बड़ संख्या म उपस्थित रहिन।

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