जिला अस्पताल म मुफ्त होइस गेंदी बाई के सफल ऑपरेशन
दुर्ग, औंधी के गेंदा बाई ल कई दिन ले देखे म अड़बड़ दिक्कत रहिस। रात कन तो वो कुछ कामेच नइ कर पावत रहिस। फेर आंखी के चेकअप बर दूर जाना परही, ये सोचके वो टालत जात रहिस। 15 नवंबर के जब ओ ह औंधी म बाजार म खरीदारी करे बर गीस त देखिस के उहें मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक के अंतर्गत हेल्थ कैंप लगाए गए हे। नेत्र सहायक श्रीमती कौर ह गेंदी बाई के समस्या सुनिस अऊ जांच करिस त पता लगिस कि वोला मोतियाबिंद हे। श्रीमती कौर ह वोखर जांच के बाद शासन कोति ले निःशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन के जानकारी दीस। पूरा काउन्सलिंग के बाद मितानिन के माध्यम ले गैंदी बाई ल जिला अस्पताल म भर्ती कराए गीस जिहां मोतियाबिंद के सफल ऑपरेशन करे गीस। ऑपरेशन के बाद 6 दिसंबर के आयोजित हाट बाजार क्लिनिक म फेर फॉलो अप जांच करे गीस।
ऑपरेशन के बाद वोखर दृष्टि बहुत अच्छा 6/18 हो गीस। हाट बाजार क्लिनिक म दिए जात सेवा के बर श्रीमती गेंदी बाई ह धन्यवाद दीस अउ आभार व्यक्त करिस। गेंदी बाई ह बताइस कि घर वाले घलोक अबड़ खुश हें। अतीक तेजी ले मोर इलाज होइस। आपरेशन म घलोक थोरकेच समय लगिस अऊ पूरा स्वास्थ्य विभाग के अमला ह पूरा सहयोग करिस। गेंदी के बताती वोकर जइसे कई महिला मन ल घलोक देखे म समस्या हे फेर ओ मन अस्पताल नइ जावयं। अब मैं सबो ले मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक म आंख के जांच कराए ल कइहंव।
ये संबंध म जादा जानकारी देवत बीएमओ पाटन डाक्टर आशीष शर्मा ह बताइस कि हाट बाजार क्लीनिक म बहुत अकन मामला पता लगत हे। जऊन ल सामान्य त्वचा रोग समझे जात रहिन जांच म पता लगिस कि कुष्ठ हे। सही समय म रोगी ल इलाज मिल गीस। महिला मन म एनीमिया के पता लगत हे, शुगर बीपी के मुफ्त जांच होवत हे। ए स्वास्थ्य शिविर मन म गांव वाले मन ल अपन गांव के बाजारेच म मुफ्त म जांच अऊ दवाई मिले लगे हे। कहूं मामला थोड़ा गंभीर नजर आथे त ओला जिला अस्पताल रेफर करे जात हे जेखर से समय रहत रोगी ल इलाज उपलब्ध होए लगे हे।
हम आप ल बता देवन के मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक के तहत हर गाँव हर घर तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाए के कोसिस रंग लाए लगे हे। संगेच अस्पताल ल अपन नजदीक पाके गांव वाले मन के घलोक अपन सेहत के प्रति जागरुकता बाढ़े हे। आम तौर म गांव के मनखे तब तक अस्पताल कोति नइ झांकयं जब तक हाथ पैर चलत हे। फेर हाट बाजार म नियमित रूप ले हेल्थ कैम्प देखके ग्रामीण उहाँ पहुँचके स्वास्थ्य जांच करवात हें। जेखर से दबे बीमारी मन जेला आम तौर म अनदेखा कर दे जात रहिस वो घलोक आगू आए लगे हे।