प्राइवेट हास्पिटल म संक्रमण मामला बढ़ही ता पूरा अस्पताल सील करे जाही

  • – कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे हा आईएमए के पदाधिकारी मन अउ निजी हास्पिटल के प्रबंधक मन के बैठक लिस
  • – कहिस की प्राइवेट हास्पिटल के आडिट, पीपीई किट के उपयोग अउ दूसर जरूरी सावधानी मन के मानिटरिंग होही
  • – पीपीई किट के सही तरीका से इस्तेमाल के बारे म अउ हास्पिटल म संक्रमण के रोकथाम बर बरते जाने वाले सामान्य सावधानी मन के संबंध म प्रशिक्षण दे गिस

दुर्ग 30 जून 2020/ बीते दिन म निजी अस्पताल मन म कोरोना संक्रमण से संबंधित मामला आए हे । हास्पिटल म संक्रमण के रोकथाम बर सामान्य सावधानी बरते जाही तो ये स्थिति म बहुत हद तक नियंत्रण प्राप्त करे जा सकथे । अगर कोई प्राइवेट हास्पिटल ले मरीज मन के संक्रमित होये के मामला अनुपात ले अधिक आथे तो पूरा हास्पिटल ला सील करे के कार्रवाई करे जाही । ये बात आज कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ह आईएमए के पदाधिकारी मन अउ निजी हास्पिटल के प्रबंधक मन के बैठक म कहीस । ये दौरान पीपीई किट के सही तरीका ले उपयोग के बारे म हास्पिटल परिसर म संक्रमण के रोकथाम ला रोके बर बरते जाने वाले सामान्य सावधानी मन के संबंध म विशेषज्ञ ह जानकारी कराइस अउ ये संबंध म वीडियो फिलिम घलव दिखाइस ।
पीपीई किट के उपयोग अउ संक्रमण ल रोके के अउ दूसर उपाय मन के उदघाटन होही मानिटरिंग- कलेक्टर हा कहिस कि प्राइवेट हास्पिटल मन म स्वास्थ्य विभाग के टीम मानिटरिंग करही । इहा पीपीई किट के उपलब्धता अउ एखर उपयोग के विषय म अउ कोरोना संक्रमण के रोकथाम ले ज़ुड़े दूसर सावधानी मन के काम म नजर रखे जाही । उमन कहिस कि जैइसे सबो झन जानथे कि कोरोना वायरस के संक्रमण दूसर वायरस के तुलना म बहुत तेजी से होथे ता ऐखर बर पूरा तरह से सावधानी बरतना जरूरी हे । पीपीई किट के उपयोग के संबंध म वीडियो आप मन दिखाये गे हे । पूरा हेल्थ स्टाफ इखर पालन कराही । पीपीई किट बदली करे, मास्क उतारे अउ पूरा शरीर ला शुद्ध (सैनिटाइज) करे गंभीर समय के मुताबिक हेल्थ स्टाफ काम करही । ये संबंध म थोड़ा घलव चूक संक्रमण ला तेजी ले फैलाये के कारण बन सकथे । उमन कहिज कि जेन प्राइवेट हास्पिटल म कोरोना पाजिटिव संक्रमण के मामला सामने आये हे अभी प्रभावित क्षेत्र ला सील करे गे हे अउ जरूरी सेवा चालू करे गे हे कोई भी अस्पताल म अगर अनुपात ले अधिक संक्रमण के मामला आथे ता फिर पूरा अस्पताल ला सील करे के कारवाही करे जाही ।
फीवर (बुखार) क्लीनिक अलगथलग होही ता अच्छा हे- कलेक्टर हा कहिस कि संक्रमण के रोकथाम ला सबसे अच्छा तरीका ये हावे कि संक्रमण ला बाहर म ही चिन्हारी करे जाये । अस्पताल म फीवर (बुखार) क्लीनिक अलग-थलग होही तो ये बहुत अच्छा हे काबर की लक्षण वाले मरीज मन के चिन्हारी उहि जगह करे जाये । फीवर क्लीनिक जतना अस्पताल के अंदर होही उतना ही संक्रमण के फैले के आशंका रही।

दुर्ग ले गुरतुर गोठ बर सोनू कुमार

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