इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय ह एक बड़े उपलब्धि हासिल करे हे

विश्वविद्यालय द्वारा संचालित टिश्यू कल्चर प्रयोगशाला ल भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा टिश्यू कल्चर पौधा के उत्पादन ब प्रमाणीकृत करे गय हे. ये प्रमाणीकरण प्रयोगशाला म टिश्यू कल्चर पौधा के मानक तकनीक से उत्पादन करे बर दे गे हे. टिश्यू कल्चर प्रयोगशाला ल आगामी दो साल ब प्रमाणीकृत करे गे हे. इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के टिश्यू कल्चर प्रयोगशाला म मानक तकनीक से उत्पादित पौधा नियत उत्पादन क्षमता के साथ-साथ रोग अउ कीट से मुक्त पौधा उत्पादन वृहद स्तर म करे जात हावय.

बता देन कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत् सन् 2010 म स्थापित अउ इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर ल सन् 2014 म स्थानांतरित टिश्यू कल्चर प्रयोगशाला के द्वारा केला, गन्ना अउअन्य पौधा के उत्पादन वर्ष 2016-17 से करे जात हे. प्रयोगशाला के उत्पादन क्षमता 10 लाख पौधा प्रति वर्ष के हावे, जेमा वर्तमान म व्यावसायिक उत्पादन के साथ-साथ छात्र के प्रायोगिक कार्य, कई फसल जैसे – ऐलोवेरा, जरबेरा, स्टाॅबेरी अउ आर्किड के टिश्यू कल्चर पौधा उत्पादन के प्रोटोकाॅल भी तैयार करे गे हावय.
वर्तमान म केन्द्र द्वारा केला के G-9, उद्यम, रस्थाली अउ गन्ना म Co-86032, दामोदर, प्रभा, श्यामा, CJ-85 इत्यादि किस्म के उत्पादन करे जात हे. केन्द्र द्वारा उत्पादित पौधा छत्तीसगढ़ शासन के विभिन्न योजनाओं के तहत् हितग्राही किसान ल प्रदान करे जात् हावे अउ किसान मन ल बेचे ब घलो उपलब्ध हे.
मुंगेली ले गुरतुर गोठ बर संंवाददाता दिलीप बसंत

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