रायपुर, 29 फरवरी 2020। पशुधन विकास विभाग कोति ले प्रदेश म उन्नत नस्ल के बछवा-बछिया बर कृत्रिम गर्भाधान करवाए ल पशु पालक मन ल प्रोत्साहित करे जात हे। कृषि कल्याण अभियान के अंतर्गत पशु मन के नस्ल सुधार कार्यक्रम के तहत जशपुर जिला आकांक्षी जिला मन के रूप म सामिल करे गए हे। पशु नस्ल सुधार बर 300 गांव मन के चयन करके ओ मन ल सेक्टर म विभाजित करे गए हे। सबो सेक्टर मन म कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता, सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्राधिकारी अउ निजी कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता मन के ड्यूटी लगाए गए हे।
जशपुर जिला के उप संचालक पशु चिकित्सा के बताती पशु मन के नस्ल सुधार म कृत्रिम गर्भाधान अहम हे। कृत्रिम गर्भाधान पूरा तरीका ले सुरक्षित होथे, एखर जरिए उन्नत नस्ल के बछवा-बछिया मिलथे। एखर से गाय मन ल कोनो हानि नइ होवय। ए खातिर राज्य सरकार कोति ले कृत्रिम गर्भाधान उपर विशेष जोर देहे जात हे। ये कार्यक्रम के तहत जिला म 300 गांव मन के चयन पशु नस्ल सुधार बर करे गए हे। ए गांव मन ल 100 सेक्टर म विभाजित करके कार्यक्रम के संचालन करे जात हे। हरेक सेक्टर म कम से कम 200 गाय मन के कृत्रिम गर्भाधान करे के लक्ष्य हे। सबो सेक्टर म 500 ले जादा ब्रीडेबल गाय उपलब्ध हे। कृत्रिम गर्भाधान वाले बछिया, गाय के रूप म जादा दूध देथे अउ बछड़ा कृषि काम बर जादा उपयुक्त होथे। कृत्रिम गर्भाधान ले जन्म लेवइया बछवा-बछिया शारीरिक रूप ले तंदुरूस्त होथे।