जैन धर्म के जियव अउ जीयन दौ के संदेश जम्मो विश्व ल रद्दा ​देखइया : सुश्री उइके राज्यपाल महावीर जयंती के बेरा म आयोजित आठ दिनी समारोह अउ आचार्य लोकेश मुनी के षष्ठीपूर्ति समारोह म वर्चुवल रूप म संघरीन

रइपुर, 17 अप्रैल 2021 शनिच्चर । राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके आज महावीर जयंती के बेरा म 17 ले 25 अप्रैल तक आयोजित आठ दिनी समारोह अउ जैन मुनि आचार्य डॉ.लोकेशजी के जनमदिन म आयोजित समारोह म वर्चुवल रूप म संघरीन । उन मन ये बेरा म भगवान महावीर स्वामी ल नमन करीन अउ जैन मुनि आचार्य लोकेश ल जनम दिन के हार्दिक शुभकामना दीन। राज्यपाल ​ह अपन संबोधन म कहीन कि भगवान महावीर के दर्शन अउ उपदेश के सार्वभौमिक अउ प्रासांगिक हे। जैन धर्म के जियव अउ जीयन दौ के संदेश आज घलो जम्मो विश्व ल रद्दा देखइया हरे । जैन धर्म म पांच महाव्रत हवय। ये व्रत मन के पालन करके कोनो भी मनखे अपन जीवन ल सफल बना सकत हे।
उन मन कहीन कि आज हमन ये देखथन कि जैन मुनि-संत अहिंसा उपर बल देवत हमेशा अपन मुह ल ढांक के राहय । एकर ले अहिंसा के पालन तो होथेच संग म शरीर ल नुकसान पहुंचइया रोगाणु-विषाणु ले रक्षा होथे । आज अइसन परिस्थिति आए हे कि आज सब ल मास्क पहिने के आग्रह करत हावन अउ मास्क पहनना परत हावय । एकर ले ये प्रतीत होथे कि कहूं जैन-मुनि मन के जीवन दर्शन के पालन करत रहीन त अइसन संकट के सामना नइ करना परतिस। भगवान महावीर ह अपन संदेश म कहीन कि कोनो भी जनम ले निर्धन नइ या धनी नइ होवय। मनखे ल अपन जनम ले नहीं भलकुन कारज मन ले जानना चाही। ये सिद्धांत म अमल करे ले आधुनिक समाज के निर्माता मन को​ति ले संकल्पित न्यायपूर्ण सामाजिक व्यवस्था के आदर्श ल बढ़ावा मिलही ।

लउछरहा..