निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन योजना ले जन्म ले दृष्टिबाधित देवकुमार बनिस आत्मनिर्भर : सफलता ले संभालत हे गृहस्थ के जिम्मेदारी

जांजगीर-चांपा, 29 दिसंबर 2020। छत्तीसगढ़ सरकार के समाज कल्याण विभाग कोति ले संचालित निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन योजना निःशक्तजन मन बर सामाजिक पुनर्वास के क्षेत्र म अनुठा योजना हे। योजना ले निःशक्तजन मन के एक कोति सामाजिक पुनर्वसन होवत हे, उहें दुसर कोति आर्थिक पुनर्वसन कोति निःशक्तजन मन आगू बढ़त हें।

उपसंचालक समाज कल्याण विभाग ले मिले जानकारी के मुताबिक जिला जांजगीर चाम्पा म अभी तक 308 दम्पत्ति मन ल 91 लाख 72 हजार रूपिया प्रदान करे गए हे। एकरे संगेच इमन ल स्वरोजगार बर प्रेरित करे गए हे। विकासखड बलौदा के ग्राम उच्चभिट्ठी के दिव्यांग श्री देवकुमार जन्म ले ही दृष्टिबाधित हे। इमन अपन प्राथमिक अऊ माध्यमिक शिक्षा समाज कल्याण विभाग कोति ले संचालित दृष्टि अऊ श्रवण बाधितार्थ विद्यालय बिलासपुर अऊ रायपुर ले प्राप्त करे हे। स्नातक अऊ स्नातकोत्तर के शिक्षा गुरू घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर ले प्राप्त करिस। शिक्षा उपरान्त विवाह करिस। निःशक्त विवाह प्रोत्साहन योजना के प्राप्त राशि ले किराना दुकान व्यवसाय चालू करिस। ओला किराना व्यवसाय म सफलता मिलीस। वो ह व्यवसाय ले प्राप्त आय ले अपन पूरा परिवार के भरण पोषण बेहतर ढंग ले करत हे। श्री देव कुमार ह सरकार कोति ले संचालित निःशक्त जन विवाह प्रोत्साहन योजना ल दिव्यांग मन के आत्मनिर्भर बने बर बहुत उपयोगी बताइस, ओ ह अपन दिव्यांग साथी मन ल योजना के लाभ लेके आत्मनिर्भर बने बर प्रेरित करत रथे।

उपसंचालक समाज कल्याण श्री टीपी भावे ह बताइस के योजना अंतर्गत 40 प्रतिशत अऊ 40 प्रतिशत ले जादा निःशक्तता ले ग्रसित निःशक्तजन मन ल ये योजना के लाभ मिलथे। हितग्राही दिव्यांग आयकर दाता के श्रेणी म नइ होना चाही। दम्पत्ति के एक निःशक्त होए म 50 हजार अऊ दूनो के निःशक्त होए म एक लाख रूपिया के विवाह प्रोत्साहन राशि देहे के प्रावधान हे।

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