जशपुरनगर, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत (बिहान) जशपुर जिला के ग्रामीण क्षेत्र मन म निवासरत महिला मन ल समूह के रूप म गठित अउ प्रेरित करके स्व रोजगार ले जुड़े के महत्वाकांक्षी योजना सार्थक साबित होवत हे। आज एनआरएलएम के महिला मन स्व सहायता समूह ले जुड़ के सफलता के नवा कहानी लिखत हे अऊ अपन सपना ल पंख देके नवा उड़ान बर तियार हे। तीनों स्तर के पंचायत अउ एनआरएलएम बिहान टीम के सहायता ले ए महिला मन के सशक्त अऊ आत्मनिर्भर बनाए बर हर संभव प्रयास करे जात हे। कलेक्टर डा रवि मित्तल के मार्गदर्शन अऊ जिला पंचायत सीईओ श्री जितेन्द्र यादव के दिशा निर्देश म आजीविका ले जुड़के महिला मन आत्मनिर्भर बनत हे।
इही कड़ी म कांसाबेल विकासखण्ड के ग्राम चेटबा के सहेली स्व सहायता समूह कोति ले ऐग हैचरी अउ चिक प्रोडक्शन यूनिट ल अपन आजीविका के आधार बनाए हे। ये समूह म 12 महिला मन सामिल हे। सहेली स्व सहायता समूह बिहान योजना ले संचालित हे। जेखर गठन कर के क्षमता वर्धन के काम विकासखण्ड मिशन प्रबंध इकाई अउ अभिसरण के माध्यम ले करे गए हे। सहेली स्व सहायता समूह बिहान म जुड़े के बाद जिन्दगी म कुछ कर गुजरे अउ अच्छा मुकाम म पहुंचे के प्रेरणा मिलीस। जेखर से अपन आर्थिक विकास बर कुछ नइ कुछ आजीविका संबंधित काम करना चाहत रहिन। ते पाए के ओ मन समूह के 11 सूत्र के नियमतः पालन करत चक्रिय निधी राशि 15000 रूपिया, सामुदायिक निवेश कोष राशि 60000 रूपिया अउर बैंक लिंकेज के राशि 60000 रूपिया प्राप्त करके स्व सहायता समूह ले जिला प्रशासन के मार्गदर्शन म ऐग हैचरी अउ चिक प्रोडक्शन युनिट चालू करे गीस। ऐग हैचरी अउ चिक प्रोडक्शन युनिट म सबले पहिली 720 अण्डा हैचिंग बर डाले गीस। जेमां ले 634 अण्डा ले फूट के चिंया मिलिस। सहेली स्व सहायता समूह ह 720 अण्डा 10800 रूपिया म खरीदे गीस अउ ओ अण्डा ले चूजा उत्पादन करके 634 चूजा ल विक्रय करके कुल लाभ राशि 34870 रूपिया प्राप्त करिन।
ये प्रकार सहेली स्व सहायता समूह एक उद्यमिता के सोच लेके आगू बढ़त हे। समूह म जुड़े ले पहिली समूह के सबो सदस्य मन के आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर रहिस अऊ जीवन एक सामान्य मेहनत-मजदूरी म निर्भर रहिन। कम आय के सेती ले समूह के दीदी मन घर अउ परिवार के समस्या ले हमेशा घिरे रहत रहिन।